राजकीय महाविद्यालय में उच्च शिक्षा हासिल कर युवा भर रहें सपनों की उड़ान

राजकीय महाविद्यालय में उच्च शिक्षा हासिल कर युवा भर रहें सपनों की उड़ान

स्वतंत्र प्रभात:⁠-मनोज पाण्डेय 

गरीब व किसान के बेटे कर रहे है कंपटीशन की तैयारी

सेमरी बाजार

राजकीय महाविद्यालय कटरा चुंघुपुर युवाओं के लिए वरदान से कम साबित नही हो रहा है। यहां युवा उच्च शिक्षा हासिल कर अपने सपनों की उड़ान भर रहे है। डेढ़ दशक पूर्व से गरीब व मध्यम वर्ग के बच्चें जहां अपनी आर्थिक स्थिति के कारण पढ़ाई नही कर पाते थे।

IAS Success Story: पिता के सपने और मां के हौसले ने बनाया गरिमा को IAS अफसर, बिना कोचिंग क्रैक किया एग्जाम  Read More IAS Success Story: पिता के सपने और मां के हौसले ने बनाया गरिमा को IAS अफसर, बिना कोचिंग क्रैक किया एग्जाम

उच्च श्रेणी के बच्चें बड़े बड़े शहरों में जाकर अधिक धन खर्च कर अच्छी शिक्षा हासिल करते थे। समान समय में सभी वर्ग के बच्चे एक साथ उच्च शिक्षा हासिल करके अपनी कामयाबी की फसल काटने में लगे हैं। जयसिंहपुर तहसील के बिरसिंहपुर - हालापुर मार्ग पर संचालित राजकीय महाविद्यालय कटरा चुंघूपुर की वर्ष 2014 में नींव रखी गई थी। वर्ष 2020 में विद्यालय बनकर तैयार हो गया। विद्यालय को बनाने के लिए सरकार द्वारा लगभग आठ करोड़ रुपए खर्च किया गया था। एक साथ 1 हजार छात्रों के पढ़ने और बैठने की सुविधा के साथ विद्यालय आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं। 

IAS Success Story: डॉक्टरी छोड़ 2 बार पास की UPSC परीक्षा, कड़ी मेहनत से पहले IPS और फिर बनीं IAS Read More IAS Success Story: डॉक्टरी छोड़ 2 बार पास की UPSC परीक्षा, कड़ी मेहनत से पहले IPS और फिर बनीं IAS

विश्वविद्यालय की शाखा गांव के बच्चों को दे रही है शिक्षा:

IAS Success Story: छोटे गांव से IAS अफसर तक का सफर, सुलोचना मीणा ने पहले प्रयास में यूपीएससी एग्जाम किया क्रैक Read More IAS Success Story: छोटे गांव से IAS अफसर तक का सफर, सुलोचना मीणा ने पहले प्रयास में यूपीएससी एग्जाम किया क्रैक

राजकीय महाविद्यालय कटरा चुंघुपुर डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या द्वारा संचालित किया गया है। प्रथम सत्र महाविद्यालय में कला संकाय से संबंधित सात विषयों पर पठन-पाठन का कार्य शुरू किया। दूसरे सत्र से बी.बी.ए और बी.सी.ए का भी पठन-पाठन प्रारंभ किया गया है।

जबकि इस पठन के लिए शहरों में लाखों रुपया सालीना वसूली किया जाता है। इस महाविद्यालय में युवा 15 हजार रुपए प्रतिवर्ष में बी.बी.ए , बी.सी.ए तथा तीन हजार रुपए में बी.ए की पढ़ाई कर रहे है। दो वर्षो में 200 से ज्यादा छात्र छात्राओं ने महाविद्यालय में दाखिला लिया हैं। महाविद्यालय में उन्हे डिजिटल प्रोग्राम, कंप्यूटर व इंग्लिश स्पीकिंग की प्रेक्टिस भी करवाई जाती है।महाविद्यालय में पढ़कर युवा आज कंपटीशन की तैयारी कर रहे है।

छात्र छात्राओं के दिल में दिखी खुशी की लहर

छात्राओं ने बताया कि उन्हें पढ़ने का मौका मिला है, आर्थिक स्थिति मजबूत न होने के कारण परिवार वाले आगे की पढ़ाई नही करवा पाते थे। लेकिन राजकीय महाविद्यालय खुल जाने से अब हम लोग गांव में ही उच्च शिक्षा हासिल कर अपने सपनों को पूरा करने की तैयारी कर रहे हैं।

About The Author

स्वतंत्र प्रभात मीडिया परिवार को आपके सहयोग की आवश्यकता है ।

Post Comment

Comment List

आपका शहर

अंतर्राष्ट्रीय

Online Channel