हार्दिक पंड्या ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल खेलने का ऑफर ठुकराया

हार्दिक ने साफ तौर पर कहा कि टीम इंडिया को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल तक पहुंचाने में मेरी कोई भूमिका नहीं रही है।

हार्दिक पंड्या ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल खेलने का ऑफर ठुकराया

मैंने अपनी जिंदगी में कुछ उसूल बनाए हैं। बगैर किसी मेहनत सीधे सफलता प्राप्त कर लेना मेरी फितरत में शुमार नहीं है। मैं अगले साल शुरुआत से ही पूरा टेस्ट सीजन खेलूंगा और अगर टीम इंडिया तीसरी बार लगातार फाइनल में पहुंचती है, तो मैं उसका हिस्सा बनना पसंद करूंगा।

स्वतंत्र प्रभात-

हार्दिक पंड्या ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल खेलने का ऑफर ठुकरा दिया। BCCI के सूत्रों ने बताया कि लगातार चोटिल हो रहे खिलाड़ियों को देखते हुए हार्दिक से संपर्क साधा गया था। पर हार्दिक ने साफ तौर पर कहा कि टीम इंडिया को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल तक पहुंचाने में मेरी कोई भूमिका नहीं रही है।


ऐसे में मेरा सीधे फाइनल खेल लेना किसी भी लिहाज से सही नहीं रहेगा। मैंने अपनी जिंदगी में कुछ उसूल बनाए हैं। बगैर किसी मेहनत सीधे सफलता प्राप्त कर लेना मेरी फितरत में शुमार नहीं है। मैं अगले साल शुरुआत से ही पूरा टेस्ट सीजन खेलूंगा और अगर टीम इंडिया तीसरी बार लगातार फाइनल में पहुंचती है, तो मैं उसका हिस्सा बनना पसंद करूंगा।


हार्दिक पंड्या ने अपने जीवन के उसूलों की खातिर गोल्डन चांस मिस कर दिया। उन्होंने साफ कर दिया कि जो मैंने मेहनत से हासिल नहीं किया, वह मेरा नहीं हो सकता। 


हार्दिक ने टीम इंडिया के लिए 11 टेस्ट मैचों की 18 पारियों में 532 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 1 शतक और 4 अर्धशतक आए हैं। इस दौरान हार्दिक ने 17 विकेट भी चटकाए हैं और 50 रन देकर 6 विकेट हासिल करना उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है। हार्दिक ने 30 अगस्त 2018 को साउथहैंपटन में इंग्लैंड के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था।


तारीख थी 19 सितंबर 2018 और दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में आमने-सामने थे भारत-पाकिस्तान। एशिया कप का वह संस्करण वनडे फॉर्मेट में खेला जा रहा था। पाकिस्तानी पारी के 18वें ओवर में हार्दिक की मांसपेशियों में खिंचाव आ गया और इस वजह से वह गेंदबाजी रनअप के दौरान गिर पड़े। हालात ऐसे थे कि हार्दिक पैरों पर खड़े भी नहीं हो पा रहे थे। हार्दिक पंड्या को स्ट्रेचर पर लिटा कर ग्राउंड से बाहर ले जाया गया था। इसके बाद हार्दिक लोअर बैक की चोट से परेशान रहे। उस दौरान चर्चा आम थी कि हार्दिक का करियर अब शायद ही पहले की तरह हो सकेगा। 


इंडिया से लेकर लंदन तक ऑपरेशन का दौर। किसी जमाने में आज का कपिलदेव कहे जाने वाले खिलाड़ी का भविष्य अब अंधकारमय नजर आ रहा था। यहां से हार्दिक पंड्या ने सिर्फ खुद पर भरोसा कायम रखा हो ऐतिहासिक वापसी की। 4 साल बाद दुबई के उसी मैदान पर हार्दिक पंड्या पाकिस्तान के खिलाफ टी-20 विश्व कप के मुकाबले में टीम इंडिया की जीत के हीरो बन गए।


हार्दिक ने गेंदबाजी में कमाल करते हुए 3 विकेट लिए, फिर दबाव भरे पलों में बेहतरीन पारी खेलते हुए 17 गेंदों पर 33 रन बनाए। उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया था। उसी वक्त हार्दिक ने साफ कर दिया था कि मैं किसी भी टीम में अपनी काबिलियत के दम पर जगह बनाऊंगा, पैराशूट लैंडिंग नहीं करूंगा।


IPL 2022 में विजेता और 2023 में गुजरात टाइटंस को उपविजेता बनाने वाले हार्दिक पंड्या रोहित शर्मा के बाद इंडियन कैप्टन बनने के सबसे बड़े दावेदार हैं। हार्दिक ने कठिन मेहनत के दम पर यह मुकाम हासिल किया है। राह की हर मुश्किल ने उन्हें आखिर में सलाम किया है। 

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