31 मई विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जागरूकता शिविर का किया गया आयोजन

छात्र / छात्रओं की रैली को झण्डी दिखा कर रवाना किए

 31 मई विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जागरूकता शिविर का किया गया आयोजन

जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनमोल पाल के आदेशानुसार 31 मई विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मीरजापुर तथा स्वास्थ्य विभाग के जी.डी. मेमोरियल पैरामेडिकल कालेज सारीपुर के संयुक्त तत्वावधान में तम्बाकू निषेध विषय पर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।

 

रिपोर्ट_रामलाल साहनी

मीरजापुर

मीरजापुर जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनमोल पाल के आदेशानुसार 31 मई विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मीरजापुर तथा स्वास्थ्य विभाग के जी.डी. मेमोरियल पैरामेडिकल कालेज सारीपुर के संयुक्त तत्वावधान में तम्बाकू निषेध विषय पर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।

IMG-20230531-WA0057

जागरूकता शिविर का शुभारम्भ माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यापर्ण करते हुए सचिव अपर जनपद न्यायाधीश लाल बाबू यादव, डिप्टी सी.एम.ओ. / नोडल अधिकारी डा० अशोक कुमार राय, पैरामेडिकल कालेज के प्राचार्य डा० राज राठौर, डा० राजेश यादव, डा० शालिनी सिंह ने छात्र / छात्रओं की रैली को झण्डी दिखा कर रवाना किए। पैरामेडिकल कालेज सारीपुर के छात्रों द्वारा तम्बाकू / मद्यपान छोड़ने का नुक्कड़ नाटक करके ग्रामीणजन व नगरीय आम जन को जागरूक किए।

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव अपर जनपद न्यायाधीश लाल बाबू यादव ने विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर उपस्थित छात्र छात्रओं एवं आमजन को बताया कि तम्बाकू, पान, बीडी, सिगरेट, गुटका, के सेवन करने वाले व्यक्ति को हृदयरोग, मुघमेह, टीबी, लकवा, दृष्टि विहीनता, फेफड़े के रोग व कैंसर नामक की बीमारी हो जाती है। इन बीमारियों से प्रत्येक 6.5 सेकेण्ड में एक व्यक्ति की मौत हो जाती है।

तम्बाकू में निकोटिन नामक तत्व की मात्रा ज्यादा होने के कारण इन्सान को नशे का आदी तो बनाता ही है, साथ ही उसके दुष्प्रभाव से मानव के शरीर में अनेकों बीमारियों जन्म लेने लगती हैं। उन्होने यह भी बताया कि नशा छोड़ने के लिए दृढ़ इच्छा शक्ति का होना अति आवश्यक है, तभी तम्बाकू शराब, पान, बीडी सिगरेट, गुटका, गुल मंजन आदि को छोड़ने में सफलता मिलेगी। यदि एक बार में नशा करना नहीं छोड़ पा रहे है, तो नशे की मात्रा को धीरे-धीरे कम करते हुए छोड़ सकते है और खान-पान व लाईफ स्टाइल में सुधार ला सकते है।

डिप्टी सी.एम.ओ. / नोडल अधिकारी डा० अशोक कुमार राय ने बताया कि नशा करने वाले व्यक्ति को हृदयरोग, मधुमेह रोग, क्षयरोग, लकवा, फेफड़े का रोग एवं दृष्टि हिनता की बीमारी हो जाती है। यदि कोई भी नशा को छोड़ना चाहता है तो नशा छोड़ने के लिए जिला अस्पताल में निःशुल्क दवाईया एवं परामर्श मिलती है।

तम्बाकू निषेध विशेषज्ञ डाक्टर श्री राजेश कुमार यादव, विशेषज्ञ श्रीमती शालनी सिंह ने उपस्थितजनो को बताया कि तम्बाकू का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक है, जिसके सेवन से विश्व भर में 60 लाख लोग हर साल अपनी जान गवाते है और 9 लाख भारतीय प्रतिवर्ष तम्बाकू के सेवन से मरते है। तम्बाकू गुटका, पान मसाला का सेवन काफी प्रतिशत में पुरुष, महिलांये, बच्चे कर रहे है। काफी हद तक तो 15 वर्ष की आयु युवापीढ़ी के लोग नशा कर रहे है। नशा करने का दुष्परिणाम उन्हें बाद में मालूम होता है, जब शरीर में कैंसर जैसी बिमारियों उत्पन्न होने लगती है।

प्राचार्य पैरामेडिकल कालेज डा० राज राठौर ने उपस्थित सभी छात्र / छात्राओं को छात्र / छात्राओं को संकल्प दिलाये कि खुद भी नशा नहीं करेगें और अन्य लोगों को भी नशा न करने की नसीहत से प्रोत्साहित करेंगे ।

जागरूकता शिविर में श्री दीपक कुमार श्रीवास्तव पीएलवी जय प्रकाश सरोज, पैरामेडिकल कालेज के सभी छात्र / छात्राएं एवं समस्त स्टाफ उपस्थित होकर सहयोग प्रदान किए।

Tags:  

About The Author

Post Comment

Comment List

आपका शहर

अंतर्राष्ट्रीय

Online Channel