Kushinagar : हृदय द्रवित : श्मशान घाट पर जली एक ही परिवार की चार चिताएं

एक बेटे ने भाई और पिता को दूसरे पिता ने पुत्र को तीसरे बेटे ने पिता को एक साथ दी मुखग्नि

पनियहवा नारायणी अस्मसान घाट एक साथ चार शवों की अंतिम संस्कार देख शामिल लोगों की द्रवित हृदय से आंखों से बह चली अश्रुधारा

कुशीनगर। जनपद के छितौनी नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के बहोरा रामनगर गांव के खपरधिक्का टोला में बीते दिन रविवार को करीब 10 बजे दिन में हुई सेप्टिक टैंक की घटना में मरने वाले चारो व्यक्तियों के शवों का पोस्टमार्टम होने के बाद परिजनों द्वारा शव को गंडक नदी के पनियहवा स्थित नारायणी घाट पर शाम को लाया गया।

यहां सजाई गई चार चिताओं पर इन सभी का एक साथ अंतिम संस्कार हुआ। नंदू कुशवाहा, नितेश कुशवाहा, दिनेश और आनंद के शवों का पोस्टमार्टम होने के बाद परिजन पनियहवा लेकर पहुंचे, यहां शाम को उनके शवों का अंतिम संस्कार किया गया।बेहद दुखदायी घटी घटना को सोच कर जब मुखग्नि देने का दौर चला तो जीवन के अंतिम बारात में शामिल लोगों की आँखों में आँसू रुक नही पायी। बता दे कि नंदू कुमार व नितेश कुमार पिता-पुत्र थे। नंदू कुमार के बेटे तथा नितेश के भाई प्रदीप ने दोनों की चिताओं को मुखाग्नि दी। वहीं, आनंद की चिता को उनके पिता इंदल तथा दिनेश के शव को उनके बेटे धीरज ने दी। 

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