बेमौसम बारिश ने छीना किसानों का सुख-चैन, हजारों एकड़ गेहूं की फसल बर्बाद, मौसम वैज्ञानिक हुए फेल

स्वतंत्र प्रभात

मिल्कीपुर अयोध्या। फरवरी में अचनाक तापमान बढ़ने के बाद मार्च की बारिश से शहरों में तो लोगों को राहत मिल गई, लेकिन पिछले 2 दिनों से किसानों के लिए ये बारिश आफत बनकर बरस रही है।मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र में तेज हवा, बारिश और ओलावृष्टि के चलते हजारों एकड़ गेहूं चना सरसों की फसल बर्बाद हो रही है।एक दिन पूर्व तेज तूफान के साथ हुई मूसलाधार बारिश से किसानों के गेहूं की फसल खेतों में गिर गई और और पानी से लबालब खेत भर गया था पानी का तूफान बंद होने के बाद किसान खेतों पर पहुंचकर पानी की निकासी की व्यवस्था तो की लेकिन गेहूं के पौधे मिट्टी में ही चिपके रह गए।

आज 5:30 से तेज हवाओं के साथ पुनः मूसलाधार बारिश शुरू हो गई है दिनेश कुमार ओम प्रकाश सिंह, बलवंत सिंह, रामकमार , रामजीत वरका  सहित दर्जनों किसानों का कहना है इस बारिश से अब फसल बेचने वाली नहीं है।
कृषि विशेषज्ञों की मानें तो तेज बारिश, आंधी और ओलावृष्टि जैसे हालातों से गेहूं की अगेती और पछेती दोनों ही फसलों में भारी नुकसान की संभावना बन जाती है। अगेती फसलें लगभग पककर तैयार हो जाती हैं इन दौरान गेहूं की फसल का तना हल्का और बालियां भारी हो जाती हैं। बारिश व तेज तूफान के चलते गेहूं व सरसों के पेड़ खेतों में गिर जाते हैं। बेमौसम हो रही बरसात से मौसम वैज्ञानिक के भी अनुमान फेल हो रहे हैं जहां क्षेत्र में मूसलाधार बारिश हो रही है। वही आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक अमरनाथ मिश्रा ने बताया कि आगामी 24 घंटे में बादल छाए रहने एवं वर्षा होने की संभावना व्यक्त कर रहे हैं।

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