पलियाकलां-खीरी। तहसील क्षेत्र के थारू ग्राम पचपेड़ा के कोटेदार द्वारा गरीब जनता का जमकर शोषण किया जा रहा है।
उक्त कोटेदार की तमाम शिकायतें कार्डधारकों द्वारा की गयी हैं, परन्तु आज तक कोटेदार के खिलाफ न तो कोई कार्यवाही हुई और न ही किसी प्रकार की जांच कराई गयी है। शिकायतकर्ता कार्डधारकों का आरोप है कि कोटेदार उन लोगों को पूरा गल्ला नहीं देता है। जब वह लोग घटतौली का विरोध करते हैं।
तो उन लोगों गल्ले से वंचित ही कर दिया जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि यहां इंटरनेट की सुविधा न के बराबर है। जिस कारण गल्ले का वितरण वायोमैट्रिक मशीन से नहीं हो पाता है। इस कारण कोटेदार अपनी मनमानी करता है और अपने मनमुताबिक लोगों को गल्ला देता है। बता दें कि थारू क्षेत्र में कोटेदारों की स्थित बहुत खराब है। यहां कोई अधिकारी भी जांच करने के लिए नहीं पहुंच पाता है।
दरअसल कोटेदार संघ के पदाधिकारियों द्वारा सक्षम अधिकारियों को गुमराह करके थारू क्षेत्र के कोटेदारों की जांच करने से रोक दिया जाता है। अधिकारी संघ के पदाधिकारियों की मंशा को समझे बगैर ही उन पर विश्वास कर लेते हैं। जिस कारण आज तक थारू क्षेत्र की सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों का निरीक्षण नहीं किया गया। अधिकारियों की इसी लापरवाही के कारण गरीबों का हक मारकर कोटेदार संघ के पदाधिकारी और सम्बन्धित कोटेदार अपनी जेबें भरने में लगे हुए हैं। जनता ने घोटालेबाज कोटेदारों की जांच कराकर कार्यवाही करने की आवाज उठाई है।