कैशलेस लेनदेन को लेकर विश्व रिकॉर्ड बनाने जा रहा भारत, इस वर्ष 7 प्रतिशत आर्थिक विकास का रखा लक्ष्य

कैशलेस लेनदेन को लेकर विश्व रिकॉर्ड बनाने जा रहा भारत, इस वर्ष 7 प्रतिशत आर्थिक विकास का रखा लक्ष्य

स्वतंत्र प्रभात।

आस्ट्रेलिया में  ‘सिडनी बिजनेस ब्रेकफास्ट' कार्यक्रम को संबोधित करे हुए  भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस बात पर जोर दिया कि आज के वैश्विक परिदृश्य में समान विचारधारा वाले देशों को ‘‘अर्थव्यवस्था को जोखिम से मुक्त करने'' के लिए एकसाथ काम करने और डिजिटल दुनिया की चुनौतियों का सामना करने एवं अर्थव्यवस्था के लिए स्थिरता प्रदान करने वाले संबंधों के निर्माण की आवश्यकता है। शनिवार को  जयशंकर ने कहा कि भारत दुनिया के सबसे बड़ी संख्या में कैशलेस लेनदेन के मामले में रिकॉर्ड बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि यदि आप हमारे कैशलेस लेनदेन के मामले में यूपीआई को देखते हैं, तो मझे लगता है कि हम दुनिया में सबसे बड़ी संख्या में कैशलेस लेनदेन रिकॉर्ड कायम कर रहे हैं, जो सही मायने मेंबहुत बड़ा अंतर है।

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि भारत ने इस वर्ष अर्थव्यवस्था में सात प्रतिशत की वृद्धि का लक्ष्य रखा है और हमें उम्मीद है कि अगले पांच वर्षों में यह इसे पार कर जाएगा। उन्होंने कहा कि कम से कम डेढ़ दशक तक 7-9 प्रतिशत के दायरे में रहने की कोशिश करेगी।  जयशंकर ने कहा, ''हम इस साल 7 फीसदी की वृद्धि दर का लक्ष्य बना रहे हैं, लेकिन अगले पांच साल में इसमें सुधार की उम्मीद है और आप आज एफडीआई, एफआईआई के प्रवाह के साथ-साथ सरकार द्वारा इस साल के बजट में पूंजी परिव्यय का नेतृत्व कर रहे निवेश के माहौल में भी इसे देख सकते हैं।"

बता दें कि रायसीना एट सिडनी बिजनेस ब्रेकफास्ट का आयोजनऑस्ट्रेलिया एन स्ट्रेटेजिक पॉलिसी इंस्टीट्यूट (ASPI) और भारत के ऑब्जर्वरफाउंडेशन (ORF) द्वारा संयुक्त रूप से सिडनी इंटर कांटिनेंटल होटल में किया गया।  इस मौके पर जयशंकर ने कहा कि भारत डिजिटल वितरण और लेनदने की अखंडता सुनिश्चितकर रहा है, जो वित्तीय पक्ष पर समान रूप से संभव नहीं हो सकता था, लेकिन हमने देशमें सबसे कम आय वाले लोगों को जीरो बैलेंस वाला बैंक खाते खोलने के लिए प्रोत्साहित किया।

उन्होंने कहा, ‘‘बदलते वैश्विक परिदृश्य में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक महत्वपूर्ण साझेदारी बन रही है और सभी हितधारकों के योगदान का स्वागत है।'' उन्होंने कहा कि एक मजबूत डिजिटल आधार कुशल और प्रभावी वितरण का मार्ग प्रशस्त कर रहा है। जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘भारत में आज एक तेजी वाला आर्थिक परिदृश्य और सकारात्मक निवेश माहौल कठिन समय के दौरान लिए गए निर्णयों का परिणाम है। मेक इन इंडिया, इन्वेंट इन इंडिया, पीएलआई, गति शक्ति सब के सब मजबूत हो रहे हैं। सृजन करने, सहयोग करने और विनिर्माण करने की हमारी क्षमता में आर्थिक विश्वास दिख रहा है।'' जयशंकर पिछले साल फरवरी के बाद से तीसरी बार ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हैं। पिछले साल उन्होंने ‘क्वाड' विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए मेलबर्न का दौरा किया था। 

 

About The Author

Post Comment

Comment List

आपका शहर

अंतर्राष्ट्रीय

Online Channel