
जिला कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रदेश उपाध्यक्ष मण्डल प्रभारी ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर साधा निशाना
विधानसभा प्रभारी अकरम भारती सहित अन्य कांग्रेस पदाधिकारी मौजूद रहे
स्वतंत्र प्रभात
मसौली बाराबंकी। जिला कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रदेश उपाध्यक्ष मण्डल प्रभारी अख्तर मलिक ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को निशाना साधते हुए कहा कि यदि अखिलेश यादव ने राजधर्म निभाया होता तो आज प्रदेश में योगी मुख्यमंत्री न होते लेकिन सपा प्रमुख ने हमेशा योगी को बढ़ावा दिया ताकि मुस्लिम समाज डर कर सपा को वोट दे।
बुधवार को जिला कांग्रेस कार्यालय में आयोजित अल्पसंख्यक कमेटी द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को सम्बोधित करते हुए कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रदेश उपाध्यक्ष एव मण्डल प्रभारी अख्तर मलिक ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के उस बयान को निशाना साधते हुए कहा कि उनके सामने भी योगी की फाइल आई थी लेकिन उन्होंने
अधिकारियों से एफआईआर दर्ज न करने और मामलों को बन्द कर देने का निर्देश दिया था जो सपा और भाजपा के बीच गुप्त समझौते को प्रमाणित करता है उन्होंने ने कहा कि अखिलेश यादव के इस बयान से मुसलमानों को समझ लेना चाहिए कि
सपा और अखिलेश यादव के सहयोग के चलते ही आज योगी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं. अगर उन्होंने राजधर्म निभाया होता तो आज योगी दंगों और भड़काऊ भाषणों के मुकदमों में जेल में होते।
प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि 27 जनवरी 2007 को योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर विधायक राधामोहन दास अग्रवाल और गोरखपुर की मेयर अंजू चैधरी की मौजूदगी में हिंसा फैलाने वाला भाषण देते हुए ऐलान किया कि वो ताजिया नहीं उठने देंगे
और खून की होली खेलेंगे. जिसके लिए उन्होंने आस-पास के जिलों में भी अपने लोगों को कह दिया है. इसके बाद गोरखपुर, देवरिया, पडरौना, महाराजगंज, बस्ती, संत कबीरनगर और सिद्धार्थनगर में योगी के कहे अनुसार ही मुस्लिम विरोधी हिंसा हुई. उस समय प्रदेश में बसपा की सरकार ने इस पर कोई कार्यवाई नहीं की.
बहुत मुश्किल से न्यायालय के ज़रिए मुकदमा दर्ज हो पाया लेकिन 2012 से 2017 तक अखिलेश यादव की सरकार ने सीबी सीआईडी जाँच की अनुमति ही नहीं दी। अख्तर मलिक ने मोहन मुंडेरा कांड का जिक्र करते हुए कहा कि देवरिया के मोहन मुंडेरा कांड जिसमें योगी के भाषण के बाद 76 मुस्लिमों के घर जला दिए गए थे
जिसकी जाँच सपा सरकार ने नहीं होने दी. यहाँ तक कि पचरुखीया कांड जिसमें योगी आदित्यनाथ के गुंडों ने तत्कालीन सपा नेत्री तलत अजीज के सुरक्षाकर्मी सत्य प्रकाश यादव की हत्या कर दी थी, उसमें भी सपा सरकार ने
ठीक से जाँच नहीं होने दी और योगी को बचा लिया. कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर अखिलेश यादव ने योगी के खिलाफ़ अपनी संवैधानिक ज़िम्मेदारी निभाई होती तो आज योगी जेल में होते।
प्रेस कॉन्फ्रेंस ज़िला वरिष्ठ उपाध्यक्ष अबदाल अहमद, ज़िला महासचिव मोईनुद्दीन अंसारी,सदर
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