फर्जी मार्कशीट के सहारे नौकरी करने वाले स्वास्थ्य पर्यवेक्षक को न्यायालय ने भेजा जेल

फर्जी मार्कशीट के सहारे नौकरी करने वाले स्वास्थ्य पर्यवेक्षक को न्यायालय ने भेजा जेल

स्वतंत्र प्रभात 
 
मिल्कीपुर, अयोध्या।
 
सीएचसी मिल्कीपुर में तैनात स्वास्थ्य पर्यवेक्षक दुर्गा प्रसाद यादव फर्जी मार्क शीट के सहारे नौकरी हासिल करने के जुर्म में जिला जज ने जेल भेज दिया है, थाना खण्डासा क्षेत्र के कोटिया गांव निवासी विपिन शुक्ला ने 156/3 के तहत स्वस्थ्य पर्यवेक्षक दुर्गा प्रसाद के खिलाफ 406,420 के तहत जेम सेकेंड फैजाबाद की अदालत में पंजीकृत कराया था। मुकदमा दर्ज होने के बाद से फरार चल रहे थे। जैसे दुर्गा प्रसाद अपनी जमानत कराने के लिए न्यायालय पहुंचे तो अधिवक्ता मनोज कुमार सिंह ने दुर्गा प्रसाद के पुराने क्राइम रिकॉर्ड का जिक्र करते हुए कहा कि 2006 में तत्कालीन जिलाधिकारी प्रमोद कुमार को जान माल की धमकी दुर्गा प्रसाद द्वारा दी गई थी। दुर्गा प्रसाद की जमानत अर्जी को निरस्त करते हुए न्यायालय से ही जेल भेज दिया।
स्वास्थ्य पर्यवेक्षक दुर्गा प्रसाद ने पहले फर्जी अंकपत्र के सहारे 22 जून 1981को गोरखपुर में नौकरी हासिल की जिसमें दुर्गा प्रसाद यादव की जन्म तिथि 15 अप्रैल 1960 थी। जिस विद्यालय से दुर्गा प्रसाद ने हाई स्कूल और इंटर मीडिएट किया उस स्कूल ने जन सूचना के माध्यम से यह बताया है की यह अंकपत्र हमारे विद्यालय से नही है।
 
जिसके अनुसार दुर्गा प्रसाद यादव को अब तक सेवानिवृत्त हो जाना चाहिए था। मगर ऐसा नहीं हुआ।22 जून 1990 को स्थानांतरण प्रमाणपत्र मुख्य चिकित्सा अधिकारी गोरखपुर से मुख्य चिकित्सा अधिकारी हमीर पुर के लिए निर्गत कराया गया। जिसका जिक्र मुख्य चिकित्सा अधिकारी हमीरपुर ने 4 अप्रैल 2012 को दिए गए जन सूचना में किया है।
 
लेकिन मानव संपदा पोर्टल पर दुर्गा प्रसाद यादव की नियुक्ति 1 दिसंबर 1990 को हमीरपुर और फैज़ाबाद एक साथ दिखाती है। अब नई नियुक्ति हमीरपुर और फैज़ाबाद जिसमें जन्मतिथि 15 अप्रैल 1970 है। एक ही व्यक्ति की दो जन्मतिथि दो अंकपत्र भिन्न भिन्न और स्कूल का नाम एक ही रहा।

About The Author

Post Comment

Comment List

आपका शहर

अंतर्राष्ट्रीय

Online Channel