स्वतंत्र प्रभात
जहां पर एक तरफ उत्तर प्रदेश की योगी सरकार गुंडों माफियाओं पर लगाम लगाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है, वहीं राजधानी लखनऊ की पुलिस सरकार की किरकिरी कराने से भी बाज नहीं आ रही है। प्रदेशभर के अन्य जिलों में भले ही गुंडे माफिया योगी सरकार से डर से प्रदेश य जिला छोड़ दिए हो लेकिन लखनऊ में अभी भी दबंगई गुंडों की चरम पर देखी जा रही है। भूमि की नाप करने पहुंचे राजस्व निरीक्षक व लेखपाल को लाठी डंडा असलहे से लैस दबंगों ने धमकाते हुए अपने मनमाफिक नाप कराने के लिए दबाव बना रहे थे। पीड़ित ने जब इसका विरोध किया तो दबंगों ने तमंचे से हवाई फायर कर दिया भगदड़ के दौरान दबंग असलहे धारियों ने जमकर मारपीट और लूटपाट भी की।
प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना जानकीपुरम निवासी आनंद प्रताप सिंह पुत्र राम शंकर सिंह ने कृषि भूमि के नपाई के लिए तहसील बक्शी का तालाब में एक प्राथना पत्र दिया था। दिनांक ०२-११-२०२२ दिन बुधवार दोपहर बजे तहसील से कानूनगो आये थे आनंद सिंह व उनके भाई जगजीवन सिंह व अंजनी सिंह जो की लेखपाल के पद पर सीतापुर में तैनात है तथा विष्णु सिंह अपने साथ ३०-४० अज्ञात गुंडे एंव असलाहधारियों के साथ मोके पर मौजूद लेखपाल और कानूगो पर फ़र्ज़ी व गलत तरीके से अपने पक्ष में मनमाने तरीके खेत की नपाई करने लगे तभी पीड़ित पक्ष ने विरोध किया क्योकि पीड़ित राजेश कुमार सिंह और कौशल कुमार सिंह का भी खेत उनके खेत से लगा हुआ था तभी मौके पर मौजूद विष्णु सिंह और आननद प्रताप सिंह ने गाली गलोच करते हुए अपना असलाह निकाल कर जान से मारने की नियत फायरिंग कर दिया लेकिन गोली बगल से निकल गयी तभी पहले से घात लगाए बैठे अपने गुंडे माफियों के साथ असलाहों के बट से तथा लाठी डंडो से हमला कर मरणाशन कर दिया है। जिसमे राजेश कुमार सिंह ,कौशल कुमार सिंह, राम प्यारे सिंह पिता को काफी गंभीर चोटे आयी है
गोलियों के आवाज से दबंगों ने गांव में एक दहशत का माहौल पैदा कर दिया इसी अफरा तफरी में गांव के लोग घायल पीड़ित को बचाने के दौड़े लेकिन जान से मारने के नियत आये दबंग गुंडों ने हवाई फायरिंग करते हुए वहा से भाग निकले। गांव के ग्रामीणों ने तथा परिवार के लोगो ने आनंद फानन में अस्पातल पहुँचाया।
पीड़ित ने पुलिस को तहरीर देते हुए आरोप लगाया है की पीड़ित पक्ष ने विपक्षियों लोगों को विनम्रता से समझाना चाहा परंतु सभी की आंखों में पहले से खून सवार था और जान से मारने के नियत से पहले से ही घात लगाए बैठे थे । जब पीड़ित पक्ष थाने पहुंचा तो वहां भी थाने के अंदर पीड़ित को मारने लगे जानकीपुरम पुलिस मूक दर्शक बन कर देखती रहीं पूरे घटनाक्रम की तहरीर दोनों पक्षों ने जानकीपुरम पुलिस को दिया था।फिलहाल पुलिस ने दोनों पक्षों के तहरीर पर मुकदमा तो दर्ज कर लिया है।
मजे की बात तो यह है कि पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने में भी बड़ा खेल किया है आपको बता दें कि पुलिस ने उसी घटना को तीन नवम्बर और दूसरे पक्ष ने उसी घटना को दो नवम्बर दिखाया गया है। पुलिस अब किस तहरीर की घटना को सत्य मानती है यह तो जानकीपुरम पुलिस ही बता पाएगी, फिलहाल पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने में जो खेल किया है यह खेल ऐसे संभव नहीं है अब तो पुलिस की जांच के बाद ही कुछ स्पष्ट हो सकेगा कि पुलिस दोषियों को जेल भेजेगी य निर्दोषियों को।