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देश के कर्मचारियों को मानसिक तनाव से मुक्त करेगा ‘राइट टू डिस्कनेक्ट बिल’

देश के कर्मचारियों को मानसिक तनाव से मुक्त करेगा ‘राइट टू डिस्कनेक्ट बिल’ आज की तेज़-रफ़्तार तकनीकी दुनिया में मानसिक तनाव एक सार्वभौमिक समस्या बन चुका है। आधुनिक सुविधाओं से लैस होने के बावजूद हमारा सामाजिक और पारिवारिक जीवन पहले की तुलना में कहीं अधिक बोझिल और नीरस हो गया है। बच्चे हों...
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मेक्सिको का शॉक: भारत के निर्यात पर टैरिफ़ की आग

मेक्सिको का शॉक: भारत के निर्यात पर टैरिफ़ की आग [जहाँ संकट वहाँ अवसर: भारत का मेक्सिको व्यापार युद्ध] [सुरक्षा नहीं, चुनौती मिली: भारत और मेक्सिको का व्यापार मोड़] 10 दिसंबर 2025, यह तारीख एशियाई व्यापार इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में दर्ज...
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डिजिटल अरेस्ट से लाखों परिवारों के जीवन में अंधेरा पसरा 

डिजिटल अरेस्ट से लाखों परिवारों के जीवन में अंधेरा पसरा  लाखों लोगों व परिवारों के जीवन भर की कमाई को डिजिटल अरेस्ट के जरिए लूट कर उनके जीवन में अंधेरा कर दिया गया। यह कैसी विडंबना है कि जब तक देश में कथित डिजिटल अरेस्ट के नाम पर अनुमानित तीन...
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भारत रूस 75 वर्ष की कूटनीतिक यात्रा और अमेरिका की नई सुरक्षा रणनीति

भारत रूस 75 वर्ष की कूटनीतिक यात्रा और अमेरिका की नई सुरक्षा रणनीति भारत और रूस पूर्व सोवियत संघ के राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ है।एक ऐसा पड़ाव जो गौरव, संघर्ष, विश्वास और ऐतिहासिक उपलब्धियों से भरा है। 1950 और 1960 के दशक में सोवियत संघ की मदद से भारत में भारी उद्योग,...
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मोदी मॉडल का नया अध्याय: संकट में अवसर, पान मसाले से सुरक्षा

मोदी मॉडल का नया अध्याय: संकट में अवसर, पान मसाले से सुरक्षा डिमेरिट गुड्स से पुण्य का धन: स्वास्थ्य से राष्ट्रीय सुरक्षा तक
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वंदे मातरम पर चर्चा : सवाल नीति और नीयत का

वंदे मातरम पर चर्चा : सवाल नीति और नीयत का भारतीय संसद में शीतकालीन सत्र 2025 के दौरान "वंदे मातरम" की 150वीं वर्षगांठ मनाने के लिए एक विशेष चर्चा आयोजित की गयी। ग़ौर तलब है कि संस्कृत और बांग्ला भाषा के मिश्रण से तैयार किया गया यह गीत पहली बार...
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मूल्य आधारित सफलता के संयम, कठोर श्रम और संकल्प मूल आधार

मूल्य आधारित सफलता के संयम, कठोर श्रम और संकल्प मूल आधार श्रेष्ठ ध्येय की प्राप्ति के लिए चिंता नहीं, चिंतन के साथ कठोर श्रम की आवश्यकता होती है। निराशा और चिंता मनुष्य की प्रगति के सबसे बड़े अवरोध हैं,ये मन के पंख काट देती हैं और व्यक्ति को स्थिर कर देती...
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वंदे मातरम्: अतीत की शक्ति, वर्तमान का आधार, भविष्य की प्रेरणा

वंदे मातरम्: अतीत की शक्ति, वर्तमान का आधार, भविष्य की प्रेरणा भारत के इतिहास, संस्कृति और राष्ट्रीय चेतना में यदि किसी एक उद्घोष ने सर्वाधिक ऊर्जा, एकता और आत्मगौरव का संचार किया है, तो वह है “वंदे मातरम्”। यह केवल एक गीत नहीं, बल्कि भारतीय आत्मा की वह धड़कन है, जिसने...
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वंदे मातरम् पर विवाद देश की मूल भावना से खिलवाड़

वंदे मातरम् पर विवाद देश की मूल भावना से खिलवाड़ इस से ज्यादा शर्मसार करने वाली बात क्या हो सकती है कि आज लोकतंत्र के पावन मंदिर में राष्ट्रगीत को लेकर खेमेबाजी हो रही है जबकि इस पर समूचे राष्ट्र को एकमत होना चाहिए था। वंदेमातरम् गीत के 150 वर्ष...
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भारत में बढ़ते प्रदूषण का कारण क्या वास्तव में हमारा गैर जिम्मेदाराना व्यवहार है?

भारत में बढ़ते प्रदूषण का कारण क्या वास्तव में हमारा गैर जिम्मेदाराना व्यवहार है? पर्यावरण प्रदूषण आज मानवता के समक्ष सर्वाधिक भयावह चुनौतियों में से एक और इसका प्रमुख कारण है मानव जनित प्रदूषण।भारत में प्रदूषण की समस्या अक्सर उद्योगों, वाहनों, बढ़ते शहरी विस्तार और सरकारी तंत्र की कमियों से जोड़ी जाती है, परंतु...
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मानव अधिकार दिवस : सभ्यता के नैतिक विवेक का दर्पण

मानव अधिकार दिवस : सभ्यता के नैतिक विवेक का दर्पण हर वर्ष 10 दिसंबर को दुनिया मानवता के उस मूल्य को याद करती है जो किसी भी राष्ट्र, धर्म या शासन की सीमाओं से परे है—मानवाधिकार। यह दिन कैलेंडर की एक साधारण तारीख नहीं, बल्कि उस आत्मा का...
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