जमुई में मिला कोरोना का संदिग्ध मरीज, जांच के लिए भागलपुर किया गया रेफर
जमुई: कोरोना वायरस को लेकर अलर्ट स्वास्थ विभाग ने सदर अस्पताल में एक मरीज को प्राथमिक जांच के बाद संदिग्ध मरीज को कोरोना संक्रमण के जांच के लिए जवाहर लाल मेडिकल कॉलेज भागलपुर रेफर कर दिया गया। इधर संदिग्ध मरीज मिलने की सूचना पर लोगों में हड़कंप मच गया। उक्त मरीज मुंगेर जिला के बेलहर
जमुई: कोरोना वायरस को लेकर अलर्ट स्वास्थ विभाग ने सदर अस्पताल में एक मरीज को प्राथमिक जांच के बाद संदिग्ध मरीज को कोरोना संक्रमण के जांच के लिए जवाहर लाल मेडिकल कॉलेज भागलपुर रेफर कर दिया गया। इधर संदिग्ध मरीज मिलने की सूचना पर लोगों में हड़कंप मच गया। उक्त मरीज मुंगेर जिला के बेलहर संग्रामपुर गांव निवासी 34 वर्षीय सुमन कुमार बताया जाता है। बताया जाता है कि वह होली पर्व के मौके पर अपने ससुराल लक्ष्मीपुर थाना अंतर्गत नजारी गांव आया हुआ था। जहां उसकी तबीयत खराब होने पर शुक्रवार को इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचा, जहां सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डा. सैयद नौशाद अहमद ने उसका जांच करने के बाद भागलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। बताया जाता है कि उक्त मरीज मधुबनी जिला के फुलपरास प्रखंड में कार्यरत है। इस संबंध में डीएस डा. सैयद नौशाद अहमद ने बताया कि उक्त मरीज का जांच करने के उपरांत वह कोरोना का संदिग्ध लगा। जिससे उसे इलाज के लिए भागलपुर मेडिकल कॉलेज भेजा गया है।
जमुई जिला को जवाहर लाल मेडिकल कॉलेज भागलपुर से किया गया है टैग
बताया गया कि जिला में निर्धारित मानक का मास्क उपलब्ध है। साथ ही इलाज के दौरान प्रयोग होने वाले पर्सनल प्रोटेक्शन सामग्री उपलब्ध है। आशा और आशा फैसिलिटेटर का प्रशिक्षण दिया गया है। साथ में उन्हे निर्देश दिया गया है अपने पोषक क्षेत्र में नेपाल, चीन से अथवा विदेश से आने वाले लोगों से संपर्क कर उनसे उनके स्वास्थय संबंधी जानकारी रखना है। सभी चिकत्सक सहित सभी स्वास्थ कर्मियों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जमुई जिला को जवाहर लाल मेडिकल कॉलेज भागलपुर से टैग किया गया है। यदि किसी को प्रारंभिक लक्षण है तो उनका जांच मेडिकल कॉलेज में नि:शुल्क होगा। एम्बुलेंस कर्मियों को भी एम्बुलेंस को सक्रमनमुक्त करने के तरीका और मरीज को ट्रांसपोर्ट करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना है इन बातों को भी बताया गया है।
कोरोना के अफवाह से मुर्गा दुकान पर पसरा सन्नाटा, 90% आई गिरावट
चीन में जितनी तेजी से कोरोना कहर बरपा रहा उतनी ही तेजी स अफवाह का बाज़ार भी गर्म है। कोरोना के अफवाह को लेकर मुर्गा, मीट, मछली, अंडा के दूकानों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। थाना चौक के समीप मुर्गा व मीट दुकानदार मु. सिराज ने बताया कि कोरोना के अफवाह को लेकर बाजार पर असर ही नहीं बल्कि पूरी तरह बाजार की दुर्दशा खराब हो चुकी है। उन्होंने बताया कि करीब 20 दिनों से मुर्गे की बिक्री में 90% से ज्यादा गिरावट आई है। जहां प्रत्येक दिन 4 क्विंटल मुर्गा का बिक्री होता था वहां आज 10 किलो में भी आफत आ गई है। जिस वजह से मुर्गा व्यवसायियों में व्यवसायियों में काफी मायूसी छाई हुई है। उन्होंने बताया कि 20 रुपए किलो भी मुर्गा लेने के लिए कोई तैयार नहीं है। जिस वजह से व्यवसायी भीषण मंदी के संकट से गुज़र रहा है।
सदर अस्पताल में नहीं है कोरोना वायरस के जांच की सुविधा
चीन से शुरू हुई कोरोना के कहर को देखते हुए जमुई में इससे निपटने के लिए आइसुलेशन वार्ड तो बनाया गया है, लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच की कोई व्यवस्था सदर अस्पताल में नहीं है। बताया जाता है कि कोरोना वायरस की जांच के लिए भागलपुर में सेंटर बनाया गया है। उपाधीक्षक डॉ. सैयद नौशाद अहमद ने बताया कि इसका जांच कीमती है। फिलहाल जमुई में जांच सेंटर नहीं खोला गया है।
मुर्गा, अंडा और मीट में नहीं है कोरोना का संक्रमण
सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ सैयद नौशाद अहमद ने बताया कि कोरोना वायरस का अफवाह पूरे समाज में फैल चुकी है। जिस वजह से लोग मुर्गा, अंडा, मछली, मीट से परहेज कर रहे हैं। जबकि ऐसा कोई मामला अब तक सामने नहीं आया है। लोगों के दिल- दिमाग में यह अफवाह बैठ गया है की कोरोना वायरस मुर्गा, मीट मछली, या अंडा में पाया जाता है। जबकि ये बेबुनियाद है।
जागरूकता ही कोरोना का है बचाव
डॉ. सैयद नौशाद अहमद ने बताया कि उन्होंने लोगों से अपील की है कि अफवाह से बचें और जागरूक रहें। कोरोना से बचने के लिए जागरूकता आवश्यक है। उन्होंने बताया कि कोरोना एक ऐसा संक्रमण है जो किसी चीज के खाने, पीने से नहीं बल्कि संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से होता है या संक्रमित पदार्थों को छूने के बाद उसी हाथ से चेहरा, नाक और आंख को छूने के बाद उत्पन्न होता है। इससे बचाव का सबसे अहम तरीका है हाथ को बार-बार साबुन से धोएं, वैसे संक्रमित जगह पर हाथ ना रखें और साफ- सफाई पर विशेष ध्यान दें।
Comment List