जिनके हम गुलाम थे उन्ही की इतिहास को पढ़ते है हम-सुभाष

जिनके हम गुलाम थे उन्ही की इतिहास को पढ़ते है हम-सुभाष

नारायणी के तट पर अमृत महोत्सव कार्यक्रम


मो.आशिफ की रिपोर्ट-

छितौनी बाजार, कुशीनगर।

खड्डा तहसील क्षेत्र के पनियहवा धाम स्थित नारायणी नदी के पवित्र तट पर आजादी के 75 वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में अमृत महोत्सव मनाया गया।

इस दौरान गोरक्ष प्रांत के राष्ट्रीय स्वयंसेवक प्रांत प्रचारक सुभाष ने कहा कि जिनके हम गुलाम थे। उन्हीं का लिखा इतिहास आज भी देश में पढ़ाया जाता है की भारत की खोज वास्कोडिगामा नामक एक पुर्तगाली ने किया था। सवाल उठता है कि क्या इसके पहले भारत का अस्तित्व नहीं था। अब अंग्रेजों की सभ्यता देश में नहीं चलने वाली है। क्योंकि अंग्रेजों ने भारत मां का अपमान किया है। बंगाल विभाजन 1905 में होने के बाद अंग्रेजों ने भारत माता की जय बोलने पर पाबंदी लगा दिया था।

उन्होंने कहा कि भारत माता की जय बोलने के लिए पंजाब प्रांत के जलिया वाले बाग में वर्ष 1919 में हजारों लोग उपस्थित थे। जिनके ऊपर कायर एक अंग्रेज डायर अंग्रेज ने उन निर्दोष लोगों को गोलियों से भुनवा दिया था। जिसका बदला सरदार उधम सिंह ने उस अंग्रेज को गोली मारकर निर्दोष भारतवासियों के हत्या का बदला लिया था।

उन्होंने आगे कहा इतिहास में हमें यह पढ़ाया जाता है कि काकोरी ट्रेन में अंग्रेजों का खजाना लूटने का काम वीर क्रांतिकारियों ने किया था। जब कि सच्चाई यह है कि अंग्रेजों द्वारा ले जाए जा रहे भारत के धन को रोकने का काम किया गया। इस मामले में पंडित राम प्रसाद बिस्मिल को गिरफ्तार किया गया। लेकिन चंद्रशेखर आजाद की गिरफ्तारी नहीं अंग्रेज कर पाए। चंद्रशेखर आजाद ने कहा था आजाद है आजाद रहेंगे यह देश अंग्रेजों के बाप का नहीं है।उन्होंने कहा भारत की पहचान भारत वासियों के विचार, मूल्यों तथा संस्कारों से बधा हुआ है। इसी दौरान अपनी वक्तव्य को रोककर राष्ट्रीय प्रचारक सुभाष ने खड्डा विधायक जटाशंकर त्रिपाठी को लगातार फोन पर पाकर टिप्पणी भी किये।

सुभाष ने कहा कि देश के वीर जवानों में सिर्फ देश को आजादी ही नहीं दिलवाई इसकी सभ्यता, संस्कृत के लिए क्रांतिकारी अपने जीवन को आहुति दे दिया। बलिया के मंगल पांडे ,चौरा चौरी  के ग्रामीण जो एक वक्त का भोजन नहीं कर देश को आजाद कराना चाहते थे। हरिहरपुर के राम शिव प्रताप सिंह, चौरा चौरी के पास के बाबू बंधू सिंह, वीर कुंवर सिंह, करतार सिंह ,अशफाक उल्ला खान, मार्तंड वर्मा आज वीर सपूतों ने कहा था कि देश हित में एक बार नहीं सहस्त्र बार जन्म लेना पड़े तो जन्म लेकर इन ईसाई अंग्रेजों से लड़ने का काम करेगे।

इस अमृत महोत्सव में सेतबान , प्रदीप गोयल, क्षेत्रीय विधायक जटाशंकर त्रिपाठी, डॉ नीलेश मिश्रा, विजय लक्ष्मी मिश्रा, धर्मेंद्र राव, डॉ राजेश सिंह, अंजनी शुक्ला, आलोक तिवारी, शत्रुजीत शाही, नरेंद्र चौरसिया, सुभाष चंद जायसवाल उर्फ पहलवान आदि लोग उपस्थित थे। सभी आगंतुकों के प्रति मनोज पांडे ने आभार प्रकट किया।

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