किसान समर्थन में कृषि कानून के विरोध में सपा के सायकिल-यात्रा में शामिल 150 सपाई गिरफ्तार ।

किसान समर्थन में कृषि कानून के विरोध में सपा के सायकिल-यात्रा में शामिल 150 सपाई गिरफ्तार । ए •के • फारूखी ( रिपोर्टर) ज्ञानपुर,भदोही । केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संघ द्वारा चल रहे आंदोलन के समर्थन में सोमवार को भदोही जनपद के सपाइयों ने जगह जगह से साइकिल यात्रा निकाली।

किसान समर्थन में कृषि कानून के विरोध में सपा के सायकिल-यात्रा में शामिल 150 सपाई गिरफ्तार ।

ए •के • फारूखी ( रिपोर्टर)

ज्ञानपुर,भदोही ।

केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संघ द्वारा चल रहे आंदोलन के समर्थन में सोमवार को भदोही जनपद के सपाइयों ने जगह जगह से साइकिल यात्रा निकाली। कृषि कानून के विरोध में आंदोलित किसानों के समर्थन में पूर्व विधायक भदोही जाहिद बेग व सपा जिलाध्यक्ष बाल विकास यादव के नेतृत्व में जिले में साइकिल यात्रा निकाली गई।

इस यात्रा में भारी तादाद में शामिल सपाइयों को जगह जगह से पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया।
माना जा रहा है कि सपाजनों द्वारा निकाली गई साइकिल यात्रा के माध्यम से जनता की नब्ज टटोलने के साथ ही समाजवादी पार्टी यह जानने का प्रयास करना चाहती थी, कि मतदाता सरकार के 4 साल के कामकाज से कितनी संतुष्ट है।

इसके बाद मिलने वाली रिपोर्ट के आधार पार्टी आगे की रणनीति तय करेगी। साथ ही साइकिल रैली के जरिए विपक्ष को अपने से अपने संगठन के ताकत का भी एहसास कराएगी। पुलिस लाईन ज्ञानपुर के प्रांगण में सपा जिलाध्यक्ष बाल विकास यादव ने कहा पार्टी मुखिया अखिलेश यादव किसानों के पक्ष में पार्टी की आवाज बुलंद कर रहे हैं।

सारी दुनिया हमारे किसानों की दयनीय अवस्था देख रही है। संपूर्ण भारत किसानों का यह भयावह मंजर देख रहा है कि किसान जाड़े की रातों में राजधानी के बाहर बैठे इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि सरकार उनकी बात सुन ले। उन्होंने कहा कि पार्टी मजबूती के साथ किसानों के साथ खड़ी है। 

सपा भदोही के पूर्व विधायक जाहिद बेग भाजपा सरकार पर किसानों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार को कानूनों को लागू करने की इतनी जल्दी क्या थी? उन्होंने आरोप लगाया कि कोविड-19 महामारी के बीच जून में सरकार चोरी छुपे अध्यादेश ले आई इतनी जल्दी किस बात की थी, जब पूरे देश का ध्यान कोविड-19 के आर्थिक सामाजिक और स्वास्थ्य संबंधी प्रभाव पर था।

सरकार अपने उद्योगपति कारपोरेट मित्रों की मदद करने के लिए चोरी-छिपे अध्यादेश लाने में व्यस्त थी। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों को भरोसे में नहीं लिया और अब किसानों के हित की आड़ में छिप रही है। कहा कि यदि वाकई में किसानों के हितों की चिंता भाजपा सरकार को होती, तो विधायक लाने के पहले वह पीड़ित किसानों के हित के बारे में सोचती।

About The Author: Swatantra Prabhat