गतिशीलता में सुधार के लिए रेलवे कर रहा है आधारभूत संरचना

गतिशीलता में सुधार के लिए रेलवे कर रहा है आधारभूत संरचना । स्वतंत्र प्रभात। प्रयागराज। भारतीय रेलवे की कुल संपत्ति के माट्र 5% परिसम्पत्तियों के साथ उत्तर मध्य रेलवे, भारतीय रेलवे के कुल ट्रैफ़िक के 10% से अधिक हिस्सा का परिवहन करने के साथ ट्रेनों की गतिशीलता में सुधार के लिए महत्वपूर्ण कार्यों को

‌गतिशीलता में सुधार के लिए रेलवे कर रहा है आधारभूत संरचना ।

‌ स्वतंत्र प्रभात।

‌ प्रयागराज।

‌भारतीय रेलवे की कुल संपत्ति के माट्र  5% परिसम्पत्तियों  के साथ उत्तर मध्य रेलवे, भारतीय रेलवे के कुल  ट्रैफ़िक के 10% से अधिक हिस्सा का परिवहन करने के साथ ट्रेनों की गतिशीलता में सुधार के लिए महत्वपूर्ण कार्यों को कर रही है।

‌कोविड -19 स्थिति के बावजूद, कानपुर यार्ड रीमॉडेलिंग, टूंडला में 04 डायमंड क्रॉसिंग का प्रतिस्थापना, ललितपुर और खजुराहो यार्ड में लेआउट सुधार, एक-एक आरओबी और आरयूबी का निर्माण और एक लेवल क्रॉसिंग को बंद करने,  मथुरा और बाद स्टेशनों पर प्लेटफ़ॉर्म उन्नयन, सरसौल-प्रेमपुर खण्ड और दनकौर- मारीपत तीसरी लाइन में स्वचालित सिग्नलिंग, 02 लेवल क्रॉसिंग की इंटरलॉकिंग और 09 लेवल क्रॉसिंग पर स्लाइडिंग बूम का प्रावधान, कानपुर और ग्वालियर स्टेशनों पर नई यात्री लिफ्ट, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में गाज़ियाबाद – मेरठ  रैपिड ट्रांजिट सिस्टम के लिये 132 केवी ट्रांसमिशन लाइन की शिफ्टिंग का कार्य, मण्डल नियंत्रण कार्यालय में केंद्रीकृत एसी के स्थान पर स्प्लिट एसी का प्रावधान और कोविड -19 की रोकथाम के लिए सेक्शनल कंट्रोल बोर्डों को अलग-अलग  कमरों में स्थानांतरित करने आदि, जैसे कई महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के कार्यों को पूरा किया है।

‌इसी क्रम में उत्तर मध्य रेलवे ने गाड़ियों की गतिशीलता बढ़ाने के लिए वर्तमान वित्त वर्ष में कई और अतिरिक्त आधारभूत संरचना के कार्यों को में पूरा करने के लिए लक्षित किया है। नैनी और प्रयागराज छिवकी के मध्य तीसरी लाइन का महत्वपूर्ण  कार्य, चुनार-चोपन खण्ड के चुर्क – लूसा सेक्शन  में मौजूदा 60 किमी प्रति घंटे की गति को 100 किमी प्रति घंटे तक की गति तक वृद्धि  और डभौरा और सिकरोदा कावनारी स्टेशनों पर लांगहाल मालगाड़ियों के संचालन हेतु लंबी लूप लाइनों का प्रावधान इस सूची में शामिल हैं।

‌हरदुआगंज और बेवरा में अल्ट्राटेक सीमेंट साइडिंग से लोडिंग में सुधार के लिए प्रगति पावर हाउस साइडिंग बेवरा में सुधार और शंकरगढ़ स्टेशन से इसकी कनेक्टिविटी, मेजा में एनटीपीसी की साइडिंग में सुधार और झांसी मण्डल में बैलास्ट साइडिंगों का विद्युतीकरण जैसे महत्वपूर्ण आधारभूत संरचना कार्य इसके अंतर्गत शामिल हैं। स्टेशन और यार्ड में ट्रेन हैंडलिंग सुविधाओं को और सुदृढ़ बनाने के दृष्टिगत श्री घासीनगर स्टेशन का डी श्रेणी से बी श्रेणी में उच्चीकरण, निर्धारित ट्रेनों का सीधे रिसेप्शन और प्रेषण सुविधा के लिए यमुना ब्रिज स्टेशन का यार्ड रीमॉडेलिंग जैसे कार्य भी किये जा रहे है। गतिशीलता सुधार के लिए महत्वपूर्ण सिग्नलिंग कार्य के अंतर्गत लोको बी-केबिन कानपुर और जूही के ए और बी केबिनों के मैकेनिकल सिग्नलिंग प्रणाली के स्थान पर  इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग की स्थापना, झांसी-बांदा खंड में रानीपुर रोड, मऊ रानीपुर और रोरा स्टेशनों पर सिग्नलिंग प्रणाली का उन्नयन, गोविंदपुरी-भीमसेन खंड में इंटरमीडियेट ब्लॉक सिग्नल (IBS) और गाजियाबाद-अलीगढ़ खंड में दनकौर- खुर्जा के मध्य तीसरी लाइन पर स्वचालित सिग्नलिंग की कमीशनिंग क्र कार्यों को भी वर्ष 2020-21 में करने का लक्ष्य रखा गया है। 

‌ प्रयागराज से ब्यूरो चीफ दयाशंकर त्रिपाठी की रिपोर्ट।

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