नीलगाय के आतंक से किसान परेशान, फसल की बर्बादी

नीलगाय के आतंक से किसान परेशान, फसल की बर्बादी

गेंहू सरसो और मटर को चर कर अपना आहार बना ले रहे और फसल बर्बाद करने पर तुले हुए है।


स्वतंत्र प्रभात 

सुबेहा बाराबंकी:-

प्रखंड क्षेत्र में इन दिनों नीलगायों का आतंक इतना बढ़ गया है कि किसानों की परेशानी बढ़ गई है। खेत में लहलहाती फसल बर्बाद हो रही है। रात की अंधेरा हो या फिर दिन का उजाला हो इससे इन नीलगायों को कोई फर्क नहीं है। खेत में झुंड के झुंड पहुंच कर खेत में हरी भरी फसल को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं। इनके आतंक से किसान कई फसलों को लगाना छोड़ दिए हैं। चना एवं अरहर की खेती दिनों दिन इस इलाके में कम होती जा रही है। वही गेंहू सरसो और मटर को चर कर अपना आहार बना ले रहे और फसल बर्बाद करने पर तुले हुए है।

किसानों का कहना है कि जैसे हीं  गेंहू सरसो थोड़ा जमने लगते है हरे भरे होते है तो वह नीलगायों का निवाला बन जाता है। खाने से ज्यादा इनके पैरों से फसल की बर्बादी होती है। अगर फसल को बचाना है तो किसानों को अपने खेतों में जाल लगाकर या रतजगा कर फसल को बचाने की मजबूरी हो गई है। तभी फसल बच पाएगी अन्यथा किसानों के घर तक फसल पहुंच पाना मुश्किल काम हो गया है। वन्य प्राणी होने की वजह से इन नीलगायों को कोई मार भी नहीं सकता है। ऐसे में आखिर किसान करे तो क्या करे। बताया जाता है कि यह समस्या किसी एक गांव के किसानों की नहीं बल्कि हर जगह एक समान स्थिति है। नीलगाय इन दिनों सब्जी की खेती की भी नुकसान कर रही है।प्रशासन और वन अधिकारी को किसानों की समस्याओं को गम्भीरता से लेते हुए नीलगायों की कुछ न कुछ व्यवस्था की जानी चाहिए।

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