भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की फ्रेम में फिट बैठते हे - शिवराज सिह चोहान
देश की सबसे बड़े राजनितिक दल भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर पिछले दो वर्षो से देश को इंतजार हे ! देश यह देखना चाहता हे कि सबसे बड़े राजनीतिक दल भाजपा की जिम्मेदारी आखिर किस चेहरे को मिलेगी ! पिछले दो वर्षो से भाजपा अपने नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का इंतजार कर रही हे किन्तु नये अध्यक्ष का इंतजार अब तक पूरा नही हुआ हे ! बेशक इन दो वर्षो में भाजपा के कई नेताओं को सिर्फ खबरों की सुर्खियों में ही राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते देश ने देखा हे किन्तु नये राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्वाचन में दो वर्षो के लम्बे इंतजार के बाद अब भाजपा भी नही चाहती की पार्टी के सबसे महत्वपूर्ण पद का निर्वाचन और ज्यादा लम्बा खींचे !
उम्मीद हे देश को विजयादशमी के आसपास भारतीय जनता पार्टी के नये राष्ट्रीय अध्यक्ष देखना मिल जाये ! बेकोल भारतीय जनता पार्टी में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान केंद्र सरकार के कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चोहान भारतीय जनता पार्टी के नये राष्ट्रीय अध्यक्ष की भूमिका में सभी दृष्टिकोण से फिट बैठते हे ! केंद्र की वर्तमान सरकार में प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी , गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिह और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के बाद कृषि मंत्री शिवराज सिंह चोहान पांचवे ऐसे केन्द्रीय मंत्री हे जो देश में रोज ही अपने दायित्वों को लेकर जनता के बीच चर्चा में रहते हे ! शिवराज सिंह चोहान से पहले देश में कई कृषि मंत्री हुए लेकिन शायद ही किसी मंत्री ने किसानों के बीच इतनी गहरी पेठ कम समय में बनाकर बनाई हो जितनी शिवराज सिंह चोहान ने आज कृषि मंत्री के रूप में बनाई हे ! एक किसान परिवार से नाता होने का और खेती किसानी में आने वाली समस्याओं का अच्छे से अनुभव का लाभ देश के किसानों के दर्द को समझने में मिला जिसके चलते आज निसंदेह शिवराज सिह चोहान देश के किसानों के अब तक के सबसे लोकप्रिय कृषि मंत्री बनने लगे हे !
शिवराज सिंह चोहान बेहद करिश्माई नेता हे जो जनता की नब्ज को अच्छे से जानते हे और उसी के अनुरूप समाधान करके जनमानस के मन में अपनी लोकप्रिय छवि अंकित कर जाते हे ! मध्य प्रदेश में सबसे लम्बे समय तक मुख्यमंत्री रहने के पीछे शिवराज सिह चोहान की जनाधार वाली छवि का जादू हे ! बेशक हर वर्ग हर जाती हर धर्म क्या बूढ़े क्या बच्चे क्या महिला क्या पुरुष और क्या विपक्ष सभी को शिव मोह के पाश में ऐसा बांध लिया था कि मध्यप्रदेश में भाजपा के लिए शिवराज सिह चोहान जनादेश के महानायक बन चुके थे !
शिवराज सिह चोहान भाजपा के पुराने जमीनी नेता हैं उन्होंने भाजपा के आधार स्तम्भ कहे जाने वाले अटल आडवाणी और जोशी की छत्रछाया में किस तरह जनमानस में अपनी छवि गढ़ी जाती हे इसका अच्छे से ज्ञान प्राप्त किया और भाजपा की और से जितने भी देश प्रदेश के दायित्त्व सोपे गये उनका बड़ी सफलता से निर्वहन किया और भाजपा के दूसरी पंक्ति के भरोसेमंद नेताओ की कतार में शामिल हो गये ! मध्यप्रदेश में 2003 में भाजपा की सरकार बनाने में श्री उमा भारती जी की फायर ब्रांड वाले नेता की छवि का सबसे बड़ा योगदान को भुलाया नही जा सकता हे !
राजनितिक घटनाक्रम के चलते उमा भारती का मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना और बाबूलाल गौर का मुख्यमंत्री बनना और मुख्यमंत्री की कुर्सी की महत्वाकांक्षाओं के इस खेल में 2005 में तत्कालीन भाजपा संगठन ने उमा को वनवास देकर शिव को प्रदेश का ताज सौंप दिया था तब से शिवराज सिह चोहान ने एक मुख्यमंत्री के रूप में प्रदेश के बच्चे बच्चे के जनमानस में ऐसी मामा वाली भावनात्मक छवि गढ़ी हे कि आज भी जब वे प्रदेश के मुख्यमंत्री नही हे मामा शब्द के उच्चारण सुनते ही शिवराज सिह चोहान की मोहनी छवि सामने आ जाती हे !
आज देश में भाजपा शासित राज्यों और गैर भाजपा शासित राज्यों में वहां की राज्य सरकार मध्यप्रदेश की शिवराज सिह चोहान के कार्यकाल में लागू की गई कई लोकप्रिय योजनाओं को अपने यहां लागू किये हुए हे ! शिवराज सिह चोहान के मुख्यमंत्री काल की सबसे प्रसिद्ध लाडली लक्ष्मी योजना और बेटीयो के लेकर कई अन्य योजनाएं उन्हें सीधे जनता के दिल से जोड़ गई और अपने चोथे और आखरी मुख्यमंत्री शासन काल में लाई गई लाडली बहना योजना ने ऐसा जादू चलाया कि विपक्षी दलों को अपनी साख बचाना मुश्किल हो गया था और शिवराज सिह चोहान का राजनीतिक कद भी अपनी पार्टी में नम्बर दो होने लग गया था !
बेकोल शिवराज सिंह चोहान ने अपनी पार्टी संगठन के हर आदेश का पालन पूरी ईमानदारी से किया और जब मुख्यमंत्री की जवाबदारी मोहन यादव को सौंपने की बात आई तो बिना झिझक किये गले लगाकर सोपकर पार्टी को पच्चीस की पच्चीस लोकसभा की सीटें दिलाने का संकल्प लेकर प्रदेश के दौरे पर निकल गए और यह शिवराज के जादू का ही करिश्मा था कि जिन सीटों पर भाजपा हाईकमान को भी हार का अंदेशा था उन सभी सीटों सहित पूरी पच्चीस सीटें भाजपा को जिता कर अपने संकल्प को पूरा किया और प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी की तीसरे कार्यकाल में दमदार कृषि मंत्री के रूप में शिवराज सिह का अवतार हुआ हे !
इतने बड़े जनादेश मिलने के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के पद से शिवराज सिह चोहान को दूर कर केंद्र की राजनीति में ले जाने का भाजपा संगठन का निर्णय उस वक्त हर किसी को हेरानी करने वाला था क्युकि भाजपा संगठन ने मध्यप्रदेश के साथ साथ राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी ऐसे नये चेहरों को राज्य के मुख्यमंत्री की कमान सोपी थी जिसका अनुमान लगाना राजनीति के पंडितो को तो दूर भाजपा संगठन के ही कई लोगो को नही था !
बहरहाल जो हुआ अच्छा ही हुआ और गीता में भी कहा ही गया हे जो भी होता हे अच्छे के लिए ही होता हे सो शिवराज सिह चोहान का मध्यप्रदेश से निकलकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार का पाचवा प्रमुख चेहरा बनकर देशभर में अपनी छवि को गढ़ने का सर्वोतम अवसर मिला हे जिसे शिवराज सिह पूरी ईमानदारी से निभा भी रहे हे जिसके चलते भाजपा संगठन के अन्दर खाने ही शिवराज शिह चोहान को उनके कद के अनुरूप और बड़ी भूमिका में भी देखा जा रहा हे !
भाजपा को एक ऐसे राष्ट्रीय अध्यक्ष की तलाश हे जो अपने प्रदेश के बाहर भी अपनी छवि के बूते जनाधार को अपने पक्ष में मोड़ सके सो भाजपा अध्यक्ष में देरी होना कही न कही कृषि मंत्री के रूप में देशभर के किसानो के बीच शिवराज सिह चोहान को विश्वसनीय छवि गढ़ने से देखा जा रहा हे ! भाजपा के राष्ट्रीय संगठन की हर परीक्षा में शिवराज सिह चोहान अब तक न केवल पास हुए बल्कि जनमानस में अपनी लोकप्रिय छवि बनाने की विशेष योग्यता भी हासिल किये हुए हे ! भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष की फ्रेम में शिवराज सिह चोहान पूरी तरह फिट बैठते हे ! उम्मीद हे देश के सबसे बड़े राजनितिक दल भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष नर्मदा किनारे वाला ही होगा !
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