सावन में बरस रहे हैं "सावन कुमार"!
DM की दहाड़ से कांप रहे हैं भ्रष्ट अफसर, हर कार्यालय में खामोशी पसरी!
सुपौल: सुपौल जिले में इन दिनों सिर्फ बादल नहीं, जिलाधिकारी सावन कुमार भी बरस रहे हैं—लेकिन ये बारिश नियमों और अनुशासन की है। जब से DM सावन कुमार ने कमान संभाली है, सरकारी दफ्तरों में अफसरों की नींद उड़ी हुई है। लापरवाही, भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़े पर उन्होंने जिस तेजी से कार्रवाई की है, उससे पूरा जिला प्रशासन सकते में है।
अब तक की कार्रवाई की बौछार:
1. शराबी अफसर की उड़ गई नींद (10 जुलाई 2025)
Read More Railway Station: हरियाणा में इस रेलवे स्टेशन को बनाया जाएगा हाईटेक, मिलेगी ये लग्जरी सुविधाएं मंत्री नीरज कुमार बबलू के कार्यक्रम के दौरान, जिला मत्स्य पदाधिकारी शंभु कुमार शराब के नशे में मंच तक पहुंच गए। DM सावन कुमार को गंध आते ही शक हुआ। ब्रेथ एनालाइजर से जांच हुई, नशा की पुष्टि होते ही अफसर को उत्पाद विभाग के हवाले कर FIR दर्ज कराई गई और जेल भेज दिया गया।
2. रिश्वतखोरी पर कसा शिकंजा (24 जुलाई 2025)
ICDS कार्यालय में छापेमारी के दौरान ₹1.80 लाख नकद बरामद हुआ। DPO शोभा सिन्हा और कंप्यूटर ऑपरेटर चंदन कुमार LS की नियुक्ति के नाम पर ₹25,000 प्रति व्यक्ति घूस वसूल रहे थे। DM की मौजूदगी में दोनों को गिरफ्तार कर थाने भेज दिया गया।
3.जिलाधिकारी ने किया सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण, पाँच दलाल हिरासत में
जिलाधिकारी सावन कुमार ने 26 जुलाई 2025 को सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अस्पताल परिसर से पाँच संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया, जिन पर मरीजों को बहला-फुसलाकर निजी अस्पतालों में भेजने का आरोप है।सूचना मिलते ही डीएम स्वयं सुबह करीब 10:30 बजे अस्पताल पहुंचे और परिसर के विभिन्न हिस्सों में सक्रिय संदिग्धों की पहचान कर उन्हें पकड़वाया।निरीक्षण के दौरान अस्पताल परिसर और आसपास अवैध रूप से खड़ी निजी एंबुलेंसों और अन्य वाहनों के विरुद्ध भी चालान की कार्रवाई की गई।
4. अस्पताल में गंदगी, सफाई एजेंसी पर गाज (29 जुलाई 2025)
पिपरा सीएचसी निरीक्षण में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी अनुपस्थित मिले। अस्पताल परिसर की गंदगी देख DM भड़क गए। उन्होंने 70% भुगतान रोकने का आदेश दिया और अनुपस्थिति पर सस्पेंशन की चेतावनी दी।
5. राघोपुर में जमीन घोटाला, कर्मचारी गिरफ्तार (1 अगस्त 2025)
DM ने राघोपुर अंचल कार्यालय में छापेमारी कर राजस्व कर्मचारी नवीन कुमार सिंह को तत्काल गिरफ्तार कराया। उन पर सरकारी तालाब की जमीन को फर्जीवाड़े से निजी नाम पर खाता में दर्ज कराने का आरोप है। प्राथमिकी दर्ज कर न्यायिक कार्रवाई शुरू कर दी गई।
6. फर्जी डिग्री कांड में DPM दंपती ने दिया इस्तीफा (2 अगस्त 2025)
सदर अस्पताल के DPM मिंतुल्लाह और उनकी पत्नी निखत जहां (ब्लॉक हेल्थ मैनेजर) ने शैक्षणिक प्रमाणपत्र विवाद के बीच इस्तीफा दे दिया। सूत्रों के अनुसार, जिलाधिकारी को डिग्री फर्जी होने की जानकारी मिल चुकी थी और जांच का आदेश दिया गया था।
जमीनी हकीकत
जिलाधिकारी सावन कुमार की कार्यशैली से साफ है कि अब सुपौल में लापरवाही की कोई जगह नहीं। साहब का अंदाज बिल्कुल फिल्मी है – पहले शक, फिर जांच और तुरंत कार्रवाई! कई सरकारी कर्मी तो अब अपने आप ही दफ्तर समय पर पहुंचने लगे हैं, कुछ ने तो छुट्टी की अर्जी भी वापस ले ली है!
रिपोर्टर – जितेंद्र कुमार "राजेश"

Comment List