भारत पर अमेरिका द्वारा लगाए गए एकतरफा 25% टैरिफ के विरोध में भाकपा (माले) का प्रदर्शन
मोदी सरकार की चुप्पी पर सवाल, मोदी-ट्रंप का माले ने किया पुतला दहन
बेतिया
भाकपा (माले) जिला कमिटी सदस्य ने कहा कि यह टैरिफ भारत की अर्थव्यवस्था, विशेषकर छोटे और मंझोले उद्योगों पर सीधा हमला है, जिससे लाखों मजदूरों और किसानों पर असर पड़ेगा। बावजूद इसके, मोदी सरकार ने कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं दी है, जो न केवल देश की संप्रभुता के लिए खतरनाक है, बल्कि आम जनता के हितों की भी अनदेखी है।
इंकलाबी नौजवान सभा जिला अध्यक्ष फरहान राजा ने प्रतिवाद सभा को सम्बोधित करते हुए आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार अमेरिकी दबाव में आकर लगातार राष्ट्रहित से समझौता कर रही है। यह पुतला दहन न सिर्फ अमेरिकी साम्राज्यवाद के विरोध में था, बल्कि उन नीतियों के भी खिलाफ था जो भारत को आत्मनिर्भरता की जगह पराधीनता की ओर धकेल रही हैं।
भाकपा (माले) नेताओं ने मांग किया कि
1. अमेरिका द्वारा लगाए गए 25% टैरिफ का कड़ा जवाब भारत सरकार दे।
2. राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय मंचों पर विरोध दर्ज कराया जाए।
3. देश के किसान, मजदूर, और उद्योग जगत के हितों की रक्षा सुनिश्चित की जाए।
इनके अलावा भाकपा माले नेता सुरेन्द्र चौधरी, जवाहर प्रसाद, रिखि साह, विनोद यादव, संजय यादव, अच्छे लाल राम, ठाकुर पटेल, रामचन्द्र यादव, हरेन्द्र राम, नन्दकिशोर महतों, मनोज बैठा, लालजी यादव, संजय मुखिया, इसलाम अंसारी, बंधू राम, धर्म कुशवाहा, मन बोध साह, भरत शर्मा, सोना लाल पासवान, महेन्द्र राम, अशर्फी राम, जितेंद्र राम, रमाशंकर राम आदि नेताओं ने भी सभा को सम्बोधित किया।

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