कोन जमीनी विवाद में 11 लोगों का चालान, पुलिस ने तनावपूर्ण स्थिति संभाली
कोन पुलिस का कड़ा रुख, लोगों को विभिन्न धाराओं में किया चालान
कोन थाना क्षेत्र का मामला
अजित सिंह/राजेश तिवारी ( ब्यूरो रिपोर्ट)
मंगलवार को कोन थाना क्षेत्र में जमीनी और अन्य विवादों के चलते पैदा हुए तनाव को शांत करने के लिए पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। प्रभारी निरीक्षक थाना कोन के निर्देशन में उप निरीक्षक शिवनारायण यादव ने थाना क्षेत्र के विभिन्न प्रकरणों की जांच की, जिसमें सामने आया कि कई व्यक्तियों के बीच गहरा विवाद है, जिससे क्षेत्र में काफी तनाव और कसीदगी (तनावपूर्ण माहौल) व्याप्त है।
जांच के दौरान पुलिस अधिकारियों ने दोनों पक्षों को समझाने-बुझाने का काफी प्रयास किया। हालांकि विवादित पक्ष उग्र हो गए और फौजदारी (आपसी लड़ाई या झगड़ा) पर उतारू होते दिखे, जिससे शांति और कानून व्यवस्था बिगड़ने का खतरा पैदा हो गया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, और सर्वोच्च न्यायालय व राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के आदेशों व निर्देशों का अक्षरशः पालन करते हुए कोन पुलिस ने 11 व्यक्तियों का चालान कर उन्हें मा. न्यायालय भेज दिया।
Read More सामूहिक विवाह में 43 जोड़े बने दंपती, पूर्व विधायक ने नवदम्पतियों को भेंट दी चांदी की बिछिया और पायलपुलिस ने जिन 11 व्यक्तियों का चालान भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता-2023 की धारा 170, 126 और 135 के तहत किया है जो क्रमश: कमलेश कुमार गुप्ता पुत्र बैजनाथ, निवासी ग्राम रामगढ़, रत्नेश कुमार पुत्र श्याम सिंह, निवासी ग्राम रामगढ़, प्रवीण कुमार पुत्र मानिकचन्द्र, निवासी ग्राम रामगढ़, शंभू पुत्र महेश राम, निवासी ग्राम टेढ़वाटेन बागेसोती, रामअधीन पुत्र स्व. घुरा, निवासी
ग्राम करईल, नागेंद्र पुत्र स्व. घुरा, निवासी ग्राम करईल,भोला राम पुत्र रामअधीन, निवासी ग्राम करईल, रामप्रसाद पुत्र स्व. रामसहाय, निवासी ग्राम करईल, प्रगाश राम पुत्र स्व. बुटन, निवासी ग्राम करईल,जयकुमार पुत्र स्व. रामसहाय, निवासी ग्राम करईल, कामेश्वर जायसवाल पुत्र स्व. कृष्ण कुमार, निवासी ग्राम पड़रछ टोला खड़ार, थाना कोन।
सोनभद्र पुलिस का कहना है कि यह कार्रवाई किसी भी प्रकार की हिंसा या सार्वजनिक शांति भंग को रोकने के लिए अत्यंत आवश्यक थी। इन विवादों के कारण उत्पन्न तनाव को कम करने और क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस लगातार निगरानी कर रही है। यह घटना दर्शाती है कि व्यक्तिगत विवाद, विशेषकर जमीनी विवाद, अक्सर बड़े संघर्षों का रूप ले लेते हैं और ऐसे में पुलिस का त्वरित हस्तक्षेप महत्वपूर्ण हो जाता है ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके और शांति व्यवस्था कायम रखी जा सके।
पुलिस ने बताया कि उपरोक्त सभी व्यक्तियों को मा. न्यायालय भेज दिया गया है, जहां उनके मामलों पर आगे की कार्यवाही की जाएगी। पुलिस प्रशासन क्षेत्र में शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।

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