सोनभद्र में स्कूल मर्जर के विरोध में जाप कार्यकर्ताओं का विशाल प्रदर्शन, राष्ट्रपति को सौंपा ज्ञापन
गाँव गरीब, किसानों और मजदूरों के बच्चों को शिक्षा से अप्रत्यक्ष रूप से वंचित करने का साजिस - डॉक्टर मौर्य
कलेक्ट्रेट पर जन अधिकार का जोरदार प्रदर्शन
अजित सिंह / राजेश तिवारी ( ब्यूरो रिपोर्ट)
शनिवार को आरक्षण स्थापना दिवस के अवसर पर जन अधिकार पार्टी (जाप) के कार्यकर्ताओं ने राजर्षि साहूजी महाराज को स्मरण करते हुए और आरक्षण का पूर्ण समर्थन करते हुए स्कूल मर्जर नीति के विरोध में एक विशाल जुलूस निकाला और जोरदार धरना प्रदर्शन किया।वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग से शुरू हुआ यह जुलूस जिलाध्यक्ष आदित्य मौर्य की अगुआई में नारेबाजी करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय/कलेक्ट्रेट पहुंचा, जहाँ राष्ट्रपति भारत सरकार के नाम एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा गया।

धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए जाप के प्रमुख प्रदेश महासचिव और मुख्य अतिथि डॉ. भागीरथी सिंह मौर्य ने उत्तर प्रदेश सरकार की स्कूल मर्जर नीति पर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 50 से कम छात्र संख्या वाले लगभग 27,200 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में से कुछ को बंद कर दिया गया है और शेष को धीरे-धीरे आस-पास के विद्यालयों में मर्ज किया जा रहा है।
डॉ. मौर्य ने इसे गांव-गरीब, किसानों और मजदूरों के बच्चों को शिक्षा से अप्रत्यक्ष रूप से वंचित करने की साजिश बताया। उन्होंने कहा कि यह नीति शिक्षा के अधिकार (Right to Education) और अनिवार्य शिक्षा का खुला उल्लंघन है। उन्होंने सुझाव दिया कि सरकार यदि चाहे तो बंद किए जा रहे विद्यालयों में योग्य शिक्षक और आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराकर शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार कर छात्रों की कम होती संख्या में वृद्धि कर सकती है, बजाय इसके कि उन्हें बंद कर दिया जाए।
विशिष्ट अतिथि सुमंत सिंह मौर्य (मंडल प्रभारी वाराणसी) और श्रीपति विश्वकर्मा (मंडल सचिव) ने भी सरकार की इस क्लोजर और मर्जर नीति पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि विद्यालयों के प्रति सरकार की यह नीति किसानों, मजदूरों और गरीबों के बच्चों को शिक्षा से वंचित कर देगी, जिससे देश कमजोर और अपंग हो जाएगा। उन्होंने शिक्षा को हर बच्चे का मौलिक अधिकार बताया और इस नीति को तुरंत वापस लेने की मांग की।
जिलाध्यक्ष आदित्य मौर्य ने अपने संबोधन में कहा कि डबल इंजन की सरकार सरकारी स्कूलों को बंद कर निजी स्कूलों को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारी स्कूल बंद होने से एक तरफ निजी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों से मनमाना धन वसूला जाएगा, वहीं दूसरी तरफ बहुत बड़ी आबादी रखने वाले बहुजन समाज के बच्चे शिक्षा से वंचित हो जाएंगे।
आदित्य मौर्य ने गरीब, मजदूर और किसानों के बच्चों के भविष्य को दृष्टिगत रखते हुए जन अधिकार पार्टी की ओर से मांग की कि प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के क्लोजर और मर्जर वाली नीति पर कड़ाई से प्रतिबंध लगाया जाए। उन्होंने यह भी मांग की कि बंद किए गए उक्त विद्यालयों की गुणवत्ता में सुधार कर उन्हें पुनः शुरू किए जाने की प्रक्रिया तत्काल शुरू की जाए। इस महत्वपूर्ण धरना प्रदर्शन में किरण सिंह कुशवाहा, विजयमल मौर्य,
मंगला प्रसाद मौर्य, लक्ष्मण सिंह, जय प्रकाश, शिवनारायण मौर्य, मनोज मौर्य, विनोद कुमार मौर्य, निरंजन कुमार, मो. आमीन, रामअशीष मौर्य (प्रधान), चंद्रमा प्रसाद मौर्य, डॉ. गिरजा मौर्य, चंद्रशेखर आजाद, राकेश कुमार, गुलाब, विजय, उमाशंकर, सुक्खू प्रसाद, रामचंद्र, संजय मौर्य, अशोक, भागवत, बासदेव, सुभाष, रमाशंकर सहित सैकड़ों पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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