सीआईएसएफ ने खेल जगत में रचा इतिहास रिकॉर्ड पदक और ओलंपिक महत्वाकांक्षाओं का अनावरण
सीआईएसएफ के एथलिटों ने कुल 159 पदक जीतकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
सीआईएसएफ का लक्ष्य ओलंपिक पोडियम तक पहुँचाना।
अजित सिंह/राजेश तिवारी (ब्यूरो रिपोर्ट)
22 जुलाई 2025 भारत सरकार की खेलो इंडिया नीति के अनुरूप, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) देश में खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा देने और उनका समर्थन करने के लिए लगातार प्रयासरत है। वर्ष 2024-25 सीआईएसएफ के लिए एक ऐतिहासिक वर्ष साबित हुआ है।

जिसमें बल के एथलीटों ने रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन करते हुए खेल जगत में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। वर्ष 2024-25 के दौरान, सीआईएसएफ के एथलीटों ने कुल 159 पदक जीतकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है, जो बल के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि है।

ये पदक अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय और अखिल भारतीय पुलिस खेल आयोजनों में सीआईएसएफ खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन का परिणाम हैं। हाल ही में अमेरिका के बर्मिंघम में संपन्न हुए विश्व पुलिस और अग्निशमन खेल 2025 में, सीआईएसएफ के एथलीटों ने रिकॉर्ड 66 पदक जीतकर राष्ट्रीय पदक तालिका में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

उनकी इस अभूतपूर्व उपलब्धि को मान्यता देते हुए, महानिदेशक सीआईएसएफ ने 14 जुलाई 2025 को सीआईएसएफ मुख्यालय, लोधी रोड, नई दिल्ली में उन्हें सम्मानित किया।सीआईएसएफ के इस रिकॉर्ड प्रदर्शन के पीछे कई महत्वपूर्ण पहलें हैं, जो बल की खेल नीति को सुदृढ़ करती हैं। खेलों में बेहतर प्रदर्शन के लिए वित्तीय सहायता में उल्लेखनीय वृद्धि की गई है।एथलीटों को प्रति वर्ष 300 दिनों का विशेष आहार भत्ता प्रदान किया जा रहा है, जो पहले 200 दिनों से अधिक था।

शिविरों और प्रतियोगिताओं के दौरान एथलीटों के यात्रा और महंगाई भत्ते में वृद्धि की गई है।नए जिम और अत्याधुनिक खेल सुविधाएं स्थापित की गई हैं।एक व्यवस्थित वार्षिक टूर्नामेंट कैलेंडर जारी किया गया है। खिलाड़ियों की चोटों के प्रबंधन के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इसके अतिरिक्त, पहली बार मुख्यालय में खेल गतिविधियों की दैनिक निगरानी के लिए सहायक महानिरीक्षक स्तर के अधिकारी को तैनात किया गया है।
साथ ही पहली बार एक पूर्ण पर्वतारोहण दल का भी गठन किया जा रहा है, जो वर्ष 2026 में माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई अभियान शुरू करेगा। सीआईएसएफ ने खेल प्रतिभाओं को बल में शामिल करने के लिए अपना अब तक का सबसे बड़ा खेल भर्ती अभियान भी शुरू किया है। इस अभियान के माध्यम से 433 होनहार खेल प्रतिभाओं की भर्ती की जानी है, जिनमें 229 महिलाएं शामिल होंगी। यह चयन प्रक्रिया 7 जुलाई 2025 को शुरू हुई और 29 जुलाई 2025 तक देश भर के 14 चयन केंद्रों पर जारी रहेगी।
इस अभियान के तहत लॉन टेनिस, बैडमिंटन, कराटे, साइकिलिंग, तीरंदाजी, तलवारबाजी, कयाकिंग, रोइंग, वुशु, और पेनकैक सिलाट जैसे खेलों में 13 नई टीमें बनाई जाएंगी। इस पहल को 12,868 आवेदकों की भारी प्रतिक्रिया मिली है, जिनमें 350 अंतरराष्ट्रीय और 3968 राष्ट्रीय पदक विजेता शामिल हैं। यह अभियान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, छत्तीसगढ़ के आदिवासी क्षेत्रों और पूर्वोत्तर राज्यों सहित देश के सभी कोनों से प्रतिभाओं को सामने लाने के लिए प्रयासरत है, जो सीआईएसएफ के समावेशी और जमीनी स्तर तक पहुंच पर केंद्रित दृष्टिकोण को दर्शाता है।
सीआईएसएफ का लक्ष्य अब ओलंपिक पोडियम तक पहुंचना है। इसके लिए, युवा, प्रतिभाशाली और होनहार खिलाड़ियों को उच्च प्रदर्शन एथलीट के रूप में पहचाना जाएगा जो पोडियम स्तर पर पहुंचने की क्षमता रखते हैं। इन एथलीटों को विदेशों में प्रशिक्षण शिविरों के लिए प्रायोजित किया जाएगा। इसके अलावा, विशेषज्ञ प्रशिक्षकों, फिजियोथेरेपिस्ट, आहार विशेषज्ञों और शक्ति एवं कंडीशनिंग प्रशिक्षकों सहित सहायक कर्मचारियों का एक समर्पित समूह उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए उपलब्ध रहेगा।
इन प्रयासों के माध्यम से, सीआईएसएफ देश के सभी बलों और राज्यों में खेल उत्कृष्टता का अग्रदूत बनने और नेतृत्व करने का लक्ष्य रखता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि ये महत्वाकांक्षी योजनाएं भारतीय खेलों को आगे बढ़ाने में कितनी सफल होती हैं।

Comment List