सन्तान अप्राप्ति से घर में क्लेश, काउंसलिंग के माध्यम से बदली सोच,फिर से जुडा परिवार
विवेक शर्मा टूण्डला ब्यूरो
कहते हैं कि शादी के बाद बच्चे ही पति पत्नी को जोड़े रखने में एक कड़ी के रूप में कार्य करते हैं। लेकिन अगर शादी को कुछ ज्यादा समय हो जाए और संतान प्राप्ति ना हो, तो कुछ लोग पत्नी को ही ताहिना देते हुए संतान प्राप्ति ना होने का एकमात्र कारण मान लेते हैं और घर में कलेश होते हुए, परिवार टूटने की कगार पर आ जाता है।
इसी प्रकार का एक मामला था ना टूंडला में भी देखने को मिला कि (काल्पनिक नाम) आवदिका सुधा पुत्री नेमनाथ निवासी बाघई, टूण्डला फिरोजाबाद की शादी मनोज पुत्र राम सिंह निवासी रामपुर जनपद फिरोजाबाद के साथ करीब 7 साल पहले हुई थी। लेकिन दोनों के पास अभी तक कोई बच्चा नहीं है। जिस कारण दोनों पति-पत्नी में काफी तनाव और विवाद रहता है।
आवेदिका सुधा ने परिवार परामर्श केंद्र टूण्डला पर आकर प्रभारी म0उ0नि0 अलवीना पठान को अवगत कराया कि मैडम मेरी शादी को करीब 7 साल हो गए हैं लेकिन मेरे पास अभी तक कोई बच्चा नहीं है जिस कारण मेरे पति व ससुराल वाले मुझसे बहुत नाराज रहते हैं और मुझे बच्चा ना होने का ताहिना देते हैं। मैं बहुत परेशान रहती हूं। ये कोई मेरे हाथ की बात नहीं है।
भगवान की जब मर्जी होगी तब मुझे भी संतान का सुख मिलेगा। आप प्लीज मेरे पति और ससुराल वालों को समझा दीजिए। मेरा घर बिगड़ने की कगार पर है। उक्त समस्या का समाधान करने हेतु दोनों पक्षों को परिवार परामर्श केंद्र टूण्डला पर बुलाकर काउंसलिंग के माध्यम से उनकी सोच को बदलते हुए, दोनों पक्षों को बताया कि आज के समय में हर एक समस्या का समाधान है। हर एक बीमारी का इलाज है। इस तरह दोनों के रिश्तों को टूटने से बचाया और दोनों पति-पत्नी ने जाने अनजाने में की गई गलतियों की आपस से माफी मांगते हुए, एक दूसरे को गुलाब का फूल देकर गिले शिकवे दूर किये।

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