त्रिवेणीगंज में आशा कार्यकर्ताओं की हड़ताल चौथे दिन भी जारी
सात सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन तेज
जितेन्द्र कुमार राजेश

सभा को संबोधित करते हुए महालक्ष्मी कुमारी ने कहा कि बिहार भर की आशा कार्यकर्ता अपने संवैधानिक अधिकारों और न्यायोचित मांगों को लेकर सड़कों पर हैं। उन्होंने बताया कि हड़ताल की सूचना पूर्व में जिला प्रशासन को दे दी गई थी। आंदोलन के माध्यम से उन्होंने सरकार से 7 सूत्री मांगों को शीघ्र मानने की अपील की।

संघ की प्रमुख मांगें:
Read More अस्वस्थ चल रहे प्रखंड अध्यक्ष का हालचाल जानने रिम्स पहुंचे महेशपुर विधायक प्रो.स्टीफन मरांडी1. 2023 के समझौते के अनुसार आशा एवं आशा फैसिलिटेटर का मासिक मानदेय ₹1000 से बढ़ाकर ₹2500 किया जाए।
2. बीते छह माह से लंबित मानदेय का अविलंब भुगतान हो एवं संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए।
3. पोर्टल में तकनीकी खामियों को दूर किया जाए तथा सभी बकाया राशि का शीघ्र भुगतान हो।
4. सेवा निवृत्ति की आयु सीमा 65 वर्ष की जाए।
5. सेवा समाप्ति पर ₹10 लाख रिटायरमेंट पैकेज एवं मासिक पेंशन की सुविधा सुनिश्चित हो।
6. प्रोत्साहन राशि की पुनः समीक्षा की जाए, जो पिछले 10 वर्षों से स्थिर है।

सभा में आशा फैसिलिटेटर नीलम कुमारी, साधना, लता, अनीता, पुष्पा, चित्रा, निरंजना, पिंकी, रंजना, आरती सहित अनेक आशा कार्यकर्ता उपस्थित रहीं। संघ की ओर से डॉ. अमित चौधरी ने भी सभा को संबोधित किया।

आशा कार्यकर्ताओं ने स्पष्ट किया कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, आंदोलन जारी रहेगा।

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