रामलीला के मंच से धनुषभंग लीला का मंचन
76 वां रामलीला के आयोजन पर समिति के लोगों ने किया धन्यवाद ज्ञापित
धनुष भंग के पश्चात भगवान श्री राम और माता सीता का विवाह
अमित मिश्रा (संवाददाता)
स्थानीय तहसील में स्थित शिवद्वार धाम पर चल रहे श्री शंकर रामलीला समिति के सकुशल देखरेख में चौथे दिन धनुष भंग कि लीला का मंचन हुआ। जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व विधायक रमेश चंद्र दुबे का आगमन हुआ।
उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि रामलीला समिति के आयोजक समिति के लोगो को 76 वां रामलीला आयोजन पर बहुत बहुत धन्यवाद ज्ञापित किया गया। जिसके क्रम में रामलीला समिति के अध्यक्ष श्रीकांत दुबे ने मुख्य अतिथि का जोरदार स्वागत किया और उन्होंने रामलीला को और बेहतर बनाने हेतु अपना सुझाव प्रस्तुत करते हुए लीला के अहम किरदार करने वाले पत्रों कि प्रस्तुति की प्रशंसा किया।
बताते चले कि राजा जनक का पाठ नीतीश शुक्ला व रावण का किरदार सूर्यकांत दुबे और बड़ासुर का पाठ अहम रहा। सुमत और विमत के द्वार परिचय एवं अभिवादन किया गया। बंदीजन द्वारा महाराज जनक दरबार एवं भगवान राम चंद्र जी का गुणगान किया गया तो साधु राजा रविकांत मिश्र ने निभाई वही जनकपुर में आयोजित स्वयंवर ने दुष्टराजा कि भूमिका में प्रवीण,गणेश,दयालु,गुड्डू,शिवम,सरोज आदि लोग रहे । गुरु विस्वामित्र जी के रूप में राजू शुक्ला रहे। धनुष भंग के पश्चात भगवान श्री राम और माता सीता का विवाह हुआ जिसके बाद परशुराम और लक्ष्मण संवाद का प्रस्तुति अत्यंत सराहनीय रहा।
धनुष भंग की लीला देखने के लिए क्षेत्र से श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़। लीला के मंचन को देखर भक्तो द्वारा अपने श्रद्धा से परपोसित भी दिया गया वही श्री शंकर रामलीला समिति को सहयोग प्रदान करने वाले भक्तो को ह्रदय से समिति के पदाधिकारियों ने आभार व्यक्त किया । धनुष भंग के लीला में बेचन,प्रवीण,लवकुश,शिवशंकर,शिवम ,राहुल समेत आदि लोग उपस्थित रहे।

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