एक पूर्वांचली पड़ा धन कुबेरों पर भारी, पूर्वांचल की एक अपील ने उखाड़ फेंकी बीजेपी उम्मीदवार के बदजुबानी की चर्नी
On
अब दिल्ली में पूर्वांचल की पैठ लगातार बढ़ती जा रही हैं जो कि सभी राजनीतिक दलों के लिए अब पूर्वांचल को विशेष स्थान देने पर मजबूर कर दिया है। पूर्वांचली अभी तक तो तमाम राजनीतिक दलों में बटे हुए थे जिसका फायदा सभी राजनीतिक दल उठाते रहते थे लेकिन इस दिल्ली चुनाव ने पूर्वांचलियों को आपस ने एकजुट होकर अपनी महती भूमिका का एहसास सभी राजनीतिक दलों को कराया है।
हमारे विशेष संवाददाता से विधान सभा पटेल नगर के पूर्वांचल और कांग्रेस दल के वरिष्ठ नेता आर के मिश्रा ने वार्तालाप में बताया कि पूर्वांचल के लोग अगर अपने गांव घर से 1000- 2000 किलो मीटर दूर दिल्ली आए है तो मात्र अपने मान सम्मान और सामाजिक प्रतिष्ठा को सम्मानजनक तरीके से बचाए रखने के लिए आए है।
वे दिल्ली में मेहनत, मजदूरी, बुद्धि विवेक, संवैधानिक पदों से जो भी पैसा कमाते है उसमें से अपने खर्चे को निकालने के बाद जो पैसा बचता है उसे अपने गांव घर इसलिए भेज देते है जिससे हमारे सामाजिक मान मर्यादा को नुकसान न हो सके और सामाजिक प्रतिष्ठा बची रहे।आज दिल्ली में पूर्वांचलियों की एक अलग पहचान है और समाज का नेतृत्व करने वालों की आज कमी नहीं है और आज हर पूर्वांचली अपने आपको अपने समाज के बीच सुरक्षित महसूस कर रहा है।
आपने देखा होगा पटेल नगर में आज बीजेपी के हारने का मात्र एक ही कारण रहा जो सीधे तौर पर आज देखा जा रहा है।आपको शायद मालूम होगा कि बीजेपी उम्मीदवार राज कुमार आनंद ने एक पूर्वांचली और समाज सेवक एस के चौबे को धमकाते हुए चर्नी उखाड़ने की धमकी दे दी जिसको लेकर चौबे गंभीर हो गया और उसकी एक अपील ने बीजेपी प्रत्याशी राजकुमार आनंद की ही चर्नी उखाड़ दी। आज पटेल नगर विधान सभा में एस के चौबे किसी पहचान का मोहताज नहीं है ।
एस के चौबे भले ही पूर्वांचली है लेकिन उसे कभी किसी जाति धर्म, क्षेत्रवाद या पक्षपात पूर्ण काम करते हुए समाज नहीं देख सकता और ना ही कोई कह सकता है। हमें चौबे पर गर्व होता है कि हमारे समाज का वह इकलौता व्यक्ति जिसने हर समाज को अपने साथ खड़ा कर लिया है और किसी विधायक पार्षद से कम उसकी हैसियत भी नहीं है।
आज समाज को एस के चौबे के साथ खड़ा देखकर बहुत खुशी होती है जिसने हमारे समाज का नाम दिल्ली के पटेल नगर में बढ़ाया है जिसका परिणाम रहा कि उसकी चर्नी उखाड़ने वालों की ही चर्नी उखड़ गई। मै पूर्वांचलियों की इसी एकजुटता को और मजबूत बनाए रखने के लिए प्रभु से प्रार्थना करता हूं। मै बोला था कि एक प्रभावशाली पूर्वांचली को धमकाना बीजेपी उम्मीदवार को भारी पड़ेगा और हुआ भी वहीं जो मै बोला था। अगर राजनीति करनी है तो पूर्वांचलियों को आदर देना ही होगा।
About The Author
स्वतंत्र प्रभात मीडिया परिवार को आपके सहयोग की आवश्यकता है ।
Related Posts
राष्ट्रीय हिंदी दैनिक स्वतंत्र प्रभात ऑनलाइन अख़बार
13 Dec 2025
12 Dec 2025
12 Dec 2025
Post Comment
आपका शहर
14 Dec 2025 20:12:00
Lakhpati Didi Yojana: केंद्र सरकार ने देश की महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए बहुत सारी योजनाएं चलाई हुई हैं।...
अंतर्राष्ट्रीय
28 Nov 2025 18:35:50
International Desk तिब्बती बौद्ध समुदाय की स्वतंत्रता और दलाई लामा के उत्तराधिकार पर चीन के कथित हस्तक्षेप के बढ़ते विवाद...

Comment List