अध्यनकक्ष में अध्यापन के पश्चात प्रायोगिक प्रयोग से ही बच्चों में सही मायने में ज्ञान का विकाश होगा - प्राचार्य डॉ. मनोज कुमार

अध्यनकक्ष में अध्यापन के पश्चात प्रायोगिक प्रयोग से ही बच्चों में सही मायने में ज्ञान का विकाश होगा - प्राचार्य डॉ. मनोज कुमार

अध्यनकक्ष में अध्यापन के पश्चात प्रायोगिक प्रयोग से ही बच्चों में सही मायने में ज्ञान का विकाश होगा - प्राचार्य डॉ. मनोज कुमार

स्वतंत्र प्रभात : रांची : हंसराज चौरियसिया 

 

मारवाड़ी महाविद्यालय के जैव प्रौद्योगिकी तथा वनस्पति विभाग के द्वारा प्राचार्य डॉ मनोज कुमार की अध्यक्षता मे आयोजित बायो इनोवेल लाइफ साइंस प्र. लि. बेंगुलुरु के संयुक्त तत्वाधान मे साप्ताहिक  वर्कशॉप का समापन बेंगुलूर से आए अतिथियों को मोमेंटो दे कर सम्मानित कर  किया गया। जबकि प्राचार्य डॉ मनोज कुमार ने प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आप लोगो ने अभी तक सिर्फ सैद्धांतिक रूप में ही पढ़ा था  जिसे प्रायोगिक रूप में करके  इस कार्यशाला में सीखे होंगे और उम्मीद है कि इसको आपलोग प्रोफेशनल लाइफ में इंप्लीमेंट कर सकते है।  प्राचार्य ने डॉ देवशीष साहु और राजेश खतिक का धन्यवाद किया कि उन्होंने पूरी जोश और समय देकर इस कार्यशाला को सफल बनाया। समापन समारोह के अंत में प्राचार्य ने प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया और उज्ज्वल भविष्य की कामना की , इस दौरान उन्होंने शिक्षक तथा नॉन टीचिंग स्टाफ को सफल कार्यशाला के आयोजन के लिए बधाईयां दी। मौके पर मंच का संचालन डॉ. सलोनी स्वरूपा एवं स्वाति शैलिका भुइयां ने किया। इस दौरान विभागाध्यक्ष डॉ राजीव चंद्र रजक, बायोटेकोलॉजी एवं वनस्पति विभाग के शिक्षक के साथ - साथ मारवाड़ी महाविद्यालय के  शिक्षकों में मुख्य रूप से श्रृष्टि कुमारी , कुमारी दीक्षा सिंह , रवि कुमार  ने अपना सक्रिय योगदान दिया। 

इस समापन समारोह में मारवाड़ी कॉलेज के इंटरमीडिएट इंचार्ज डॉ उमेश कुमार, डॉ अवध बिहारी महतो  के अलावा प्लेसमेंट सेल कोऑर्डिनेटर अनुभव चक्रवर्ती ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर इस कार्यशाला के आयोजन की सराहना की तथा प्रतिभागियों से सात दिवसीय वर्कशॉप का अनुभव साझा किया।

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