राममिलन पुत्र हरेलाल को बाघ ने उतारा मौत के घाट

बाघ पकड़ने के लिए नहीं किया गया कोई प्रयास 

राममिलन पुत्र हरेलाल को बाघ ने उतारा मौत के घाट

पलिया कलां- खीरी। वन रेंज मैलानी के अंतर्गत ग्राम सभा ग्रंट न तीन निवासी राममिलन पुत्र हरेलाल उम्र 27 वर्ष सुबह लगभग 6 बजे गन्ने के खेत में शौच के लिये गया उसी समय वहां पर बैठे बाघ ने राममिलन के ऊपर हमला कर दिया। शोर शराबा  होने पर आस पड़ोस के लोग जब तक वहा पहुंचते तब तक बाघ राममिलन की जान ले चुका था। राममिलन को मरा हुआ छोड़कर गन्ने के खेत में आगे बढ़ गया। लोगों ने उसे  वहां से भागने का काफी प्रयास किया, किंतु वह गन्ने के खेत में ही बैठा रहा। गांव वाले राममिलन के शव को उठाकर घर ले आये।

मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने बाघ को पकड़ने का आश्वासन देते हुये काफी मशक्कत के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिये जिला मुख्यालय भेजा। वन विभाग की तरफ से मृतक के परिजनों को दस हजार रुपए का मुआवजा और जो भी सरकार की तरफ से मिलने वाली सुविधा देने की बात कही तब जाकर परिजनों ने शव को पोस्टमार्टम के लिये ले जाने दिया।

परंतु अभी तक गन्ने के खेत में बैठे तेंदुआ को न ही जंगल के अंदर खदेड़ा गया और न ही उसे पकड़ने के लिये वन विभाग की टीम की तरफ से किसी प्रकार के पिंजरे लगाये गये । ग्रामीणों की माने तो उस रास्ते से प्रतिदिन स्कूली बच्चों का आवागमन लगा रहता है अगर जल्द विभाग ने कारगर कदम नहीं उठाए तो किसी भी दिन आज जैसा हादसा फिर हो सकता है।

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