भदोही की बिटिया प्रीती शुक्ला 92वें रैंक पाकर बनी सिविल जज जूनियर डिवीजन।
प्रीती शुक्ला गोपीगंज क्षेत्र के सुजातपुर गांव की है निवासी।
आजकल की बेटियां है किसी से कम नही...
संतोष कुमार तिवारी
भले ही लोगों को लगता है कि ग्रामीण परिवेश में जन्मे लोग उतनी तरक्की नही कर सकते है जितनी शहरी परिवेश के बच्चे करते है। यह बात कभी सच साबित होती रही होगी लेकिन समय अब पूरी तरह बदल गया है। अब न तो गांव और न शहर और नही बेटा और बेटी होना मायने रखता है।
आज केवल मायने रखती है तो प्रतिभा, मेहनत और लगन। जिसकी वजह से आज सभी परीक्षाओं में बेटियां बेटों से आगे बाजी मार रही है साथ में ग्रामीण परिवेश से जुड़े प्रतिभावान युवा अपनी मेहनत और लगन से नया मुकाम हासिल कर रहे है। अभी बुधवार को उत्तर प्रदेश पीसीएस-जे का परिणाम घोषित हुआ जहां पर कालीन नगरी भदोही से भी कई युवाओं ने सफलता प्राप्त की है।
इस परीक्षा में गोपीगंज क्षेत्र के सुजातपुर निवासी बिटिया प्रीती शुक्ला ने भी सफलता प्राप्त की है और प्रीती की इस सफलता को लेकर पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल है। प्रीती शुक्ला सुजातपुर निवासी कृष्ण कांत शुक्ला की पुत्री है। पिता सेवानिवृत्त जिला आबकारी अधिकारी है। प्रीती की मां हेमलता शुक्ला गृहणी है। प्रीती हमेशा से ही प्रतिभाशाली छात्रा रही है। प्रीती की प्रारम्भिक शिक्षा सुजातपुर में स्थित श्री रामानुज जूनियर हाईस्कूल में हुई उसके बाद प्रीती अपने पिता के साथ गाजियाबाद रहने लगी। प्रीती के अलावा दो बहन और एक भाई है।
प्रीती ने हाईस्कूल और इण्टरमीडिएट की परीक्षा यूपी बोर्ड से उत्तीर्ण की है। प्रीती शुक्ला बीएससी, बीएड, और एल एल एम भी उत्तीर्ण कर चुकी है। प्रीती शुक्ला ने चौथे प्रयास में पीसीएस-जे क्वालीफाई किया। जबकि इसके पहले प्रीती ने वर्ष 2021 और 2022 में लगातार दो बार गुजरात जूडिसरी में साक्षात्कार दे चुकी है। और इस वर्ष उत्तर प्रदेश एपीओ तथा उत्तर प्रदेश जूडीसरी में भी साक्षात्कार दिया। प्रीती हिन्दी, अंग्रेजी और गुजराती भाषा की जानकार है। प्रीती की ससुराल जगन्नाथपुर गांव में है और पति का नाम दिलीप पाण्डेय है।
ससुराल के सभी लोग मिर्जापुर में रहते है। प्रीती शुरू से ही न्यायिक क्षेत्र में जाना चाहती थी और उनका सपना भी पूरा हो गया। प्रीती ने बताया कि उनके आदर्श भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चन्दचूण है। क्योकि जब प्रीती वकालत की प्रैक्टिस कर रही थी तभी से उनको अपने आदर्श मानती थी।
प्रीती की इस सफलता पर प्रीती के बड़े पिता कमलापति शुक्ला, कैलाशपति शुक्ला, सगे चाचा विजय कांत शुक्ला, अंकुश शुक्ला, शुभम शुक्ला समेत तमाम लोगों ने खुशी जाहिर की।

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