लखनऊ का नया महा ठग "पुष्पेश जालान" कलंक कथा-2

सूत्रों के अनुसार अबकी बार इस ठगी के गिरोह के सदस्यों द्वारा मुग़लसराय के कोयला व्यवसायी महेश बगड़िया को गंगा अपार्टमेंट नरही, हज़रतगंज, लखनऊ में फ्लैट दिलाने और दवा का व्यापार कराने का झांसा दे कर एक करोड़ रूपये से अधिक की ठगी की गयी है I

 दिन प्रतिदिन खुलेआम कांड कर रहा है और अभी तक इस संगठित गिरोह पर गैंगस्टर कानून के तहत कार्यवाही क्यों नहीं की गयी

 

विशेष संवाददाता, 
लखनऊ

  स्वतंत्र प्रभात दैनिक समाचार पत्र द्वारा दिनांक 25 मई 2023 को  प्रकाशित खबर शीर्षक लखनऊ का नया महाठग पुष्पेश जालान कलंक कथा 1 में इस संगठित गिरोह द्वारा लखनऊ के कई प्रतिष्ठित व्यापारियों से की गयी ठगी का खुलासा किया गया था, 

इसी के क्रम में हलवासिया एन्क्लेव, इंदिरा नगर,लखनऊ निवासी पुष्पेश जालान, पत्नी शिखा जालान, माता सरोज देवी जालान, भाई ऋतुराज जालान और शिखा जालान के मामा गंगा अपार्टमेंट नरही, हज़रतगंज, लखनऊ निवासी नरेंद्र तुलसियान के संगठित गिरोह द्वारा किये गयी नयी ठगी का खुलासा I

  सूत्रों के अनुसार अबकी बार इस ठगी के गिरोह के सदस्यों द्वारा मुग़लसराय के कोयला व्यवसायी महेश बगड़िया को गंगा अपार्टमेंट नरही, हज़रतगंज, लखनऊ में फ्लैट दिलाने और दवा का व्यापार कराने का झांसा दे कर एक करोड़ रूपये से अधिक की ठगी की गयी है I

यह बड़ा ही आश्चर्यजनक है की उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इस प्रकार का संगठित गिरोह काम कर रहा है और पुलिस में कई प्राथमिकी दर्ज़ है उसके बाद भी यह गिरोह लगातार ठगी को अंजाम दे रहा है l

 दिन प्रतिदिन खुलेआम कांड कर रहा है और अभी तक इस संगठित गिरोह पर गैंगस्टर कानून के तहत कार्यवाही क्यों नहीं की गयी यह अपने आपमें बड़ा सवाल है ???? गिन्नी मेडिकल्स की जो दूकान सील है, उस दूकान से लगातार दवा बेचना, सरकारी संसथान नाबार्ड को सप्लाई करना और लगातार भुगतान प्राप्त करना, यह नाबार्ड और पुष्पेश जालान के संगठित गिरोह के भ्र्ष्ट सिस्टम का ही खुलासा करता है, 

इसके अतिरिक्त लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा इसकी बिल्डिंग का नक्शा निरस्त करके बिल्डिंग को गिराने का आदेश देने के बाद भी बिल्डिंग न गिराना अपने आप में भर्ष्टाचारी सरकारी अधिकारीयों के गठजोड़ का खुलासा करता है, भ्र्ष्टाचार का का एक दूसरा पहलू लखनऊ जिला औषधि प्रशाशन और प्रदेश औषधि प्रशाशन के भृष्ट काले चेहरे को उजागर करता है, की उत्तर प्रदेश की राजधानी जहाँ उपयोगी सरकार है l

वह पिछले एक वर्ष से अधिक समय से सील दुकानों से दवाये सरकारी संस्थानों में सप्लाई की जा रही है और लिखित शिकायतें होने के बाद भी सभी जिम्मेदार हाथ पर हाथ रखे बैठे है, अभी तक गिन्नी मेडिकल्स और गौरी मेडिकेयर प्राइवेट लिमिटेड के मेडिकल लाइसेंस निरस्त नहीं किये गए है I

 जहाँ उत्तर प्रदेश की ट्रिपल इंजिन उपयोगी सरकार अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजने की बात कर रही है, वही यह संगठित गिरोह नित नयी ठगी को अंजाम देकर सरकारी दावों की पोल खोल रहा है I स्वास्थ्य के क्षेत्र में हो रही यह लूट कब रुकेगी ??

लखनऊ का नया महा ठग "पुष्पेश जालान" कलंक कथा-1

 

सील बंद दुकान से लाखों की दवा बेचीं, औषधि प्रशासन सोया

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