झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज से जिंदगी मौत के बीच झूल रहा नाबालिक हिमांशु

जिलाधिकारी को पत्र भेजकर झोलाछाप डॉक्टर के गैर पंजीकृत अस्पताल के विरुद्ध कार्यवाही की मांग

झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज से जिंदगी मौत के बीच झूल रहा नाबालिक हिमांशु

लखीमपुर खीरी

सरकार के लाख प्रयासों के बाद गैर पंजीकृत अस्पतालों एवं इन में बैठकर मरीजों की जान से खिलवाड़ करते हुए मरीजों का इलाज करने वालों पर कार्रवाई न किए जाने से यह अवैध डॉक्टर खुलेआम मरीजों की जेबों पर डाका डालने के साथ-साथ उनकी जान को खतरे में डालने से बाज नहीं आ रहे हैं। और जिले के सबसे ईमानदार अफसर कहलाने वाले मुख्य चिकित्सा अधिकारी खीरी कोई यहां अवैध गैर पंजीकृत व झोलाछापओ द्वारा संचालित नर्सिंग होम दिखाई ही नहीं पड़ रहे हैं और ना ही पीड़ित हिमांशु की बेबस लाचार मां की चीखें की सुनाई पड़ रही हैं

 मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सब कुछ ठीक ही नजर आ रहा है जब कभी कोई अप्रिय घटना घटित होने पर ही इनकी कुंभकरण की नींद खुलती है और फिर आराम के साथ ऐसी की हवा का लुफ्त उठाते देखा जा सकता है मामला कोतवाली शहर का है डीसी रोड स्थित काशीराम कॉलनी निवासी बेसहारा महिला मोनी देवी का एक पुत्र हिमांशु के सीने में दर्द उठता है मोनी अपने बच्चे को लेकर जिला अस्पताल मोतीपुर जाती है उसे अस्पताल में भर्ती कर आती है। 

2 दिन बाद वहां जब बलगम व अन्य जांच के साथ ड्रिप लगाने के लिए बिगो डलवाने इमरजेंसी ले गई वहां पर दो कर्मचारी संदीप व अर्जुन उसे मिलते हैं और कहते हैं यहां पर आपके बच्चे का इलाज होगा नहीं बोतल लगाकर डॉक्टर लोग डाले रखेंगे इसको यदि आप पीबीएस अस्पताल लखीमपुर ले चलो हम बहुत कम पैसों में भर्ती करा इलाज करा देंगे उक्त कथित दलाल बहला-फुसलाकर हिमांशु को एक फर्जी अस्पताल पीबीएस अस्पताल में भर्ती करा देते हैं। 

उक्त अस्पताल में बैठे कथित झोलाछाप डॉक्टर विशाल वर्मा ने बच्चे के पेशाब नली में एडल्ट कैथेटर डाल दिया जिसके चलते बच्चा दर्द से तड़पने लगा दर्द से परेशान बच्चे को देखकर बच्चे की मां मोनी  देवी ने कैथेटर निकालने की कई बार मांग की लेकिन डॉक्टर ने एक न सुनी अंततः बच्चे का शिशन काफी फूल गया हालत बिगड़ते देख उक्त झोलाछाप ने अपने दो साथियों को बुलाकर बच्चे को बाहर निकाल दिया और कहा जिला अस्पताल ले जाओ बच्चे की सूजन बढ़ रही है पीड़ित की मां मौनी देवी  दो बार सीएमओ के पास जाकर न्याय की मिन्नत कर चुकी है 

लेकिन साहब को उस गरीब मां का दर्द दिखाई नहीं पड़ रहा थक हार कर मोनी ने डीएम खीरी व गृह राज्यमंत्री का दरवाजा खटखटाया गृह राज्य मंत्री के आदेश के बावजूद उक्त दोषी झोलाछाप डॉक्टर विशाल वर्मा के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत नहीं कराया गया यदि समय रहते इन अवैध नर्सिंग होम व झोलाछाप डॉक्टरों के विरुद्ध विभाग करता कार्यवाही तो आज इस 14 वर्षीय बालक के गुप्तांग के ऑपरेशन की नौबत नहीं आती इतना पैसा कहां से ले आएगी झाड़ू पोछा काम करने वाली मोनी जिससे अपने बच्चे का कराएगी लखनऊ मैं ऑपरेशन या एक अहम सवाल बना है। क्या सीएमओ खीरी दर्ज कराएंगे दोषी के विरूद्ध मेडिकल एक्ट के तहत मुकदमा या दे देंगे दोषी को अभयदान समय ही बताएगा

 

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