शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती ने कहा, नेपाल सैद्धांतिक और व्यावहारिक रूप से एक हिंदू राष्ट्र

शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती ने कहा, नेपाल सैद्धांतिक और व्यावहारिक रूप से एक हिंदू राष्ट्र

स्वतंत्र प्रभात।

पुरी स्थित गोवर्धन मठ के शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती ने शनिवार को कहा कि नेपाल ‘सैद्धांतिक' रूप से और ‘व्यावहारिक' रूप से हिंदू राष्ट्र है। उन्होंने यहां पशुपतिनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर विशेष पूजा की। नेपाल को 2008 में धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र घोषित किया गया था। नेपाल की 81 प्रतिशत से अधिक आबादी हिंदू है। शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती ने कहा, ‘‘नेपाल सैद्धांतिक और व्यावहारिक दोनों आधार पर हिंदू राष्ट्र है।'' उन्होंने आदि शंकराचार्य की एक नवस्थापित प्रतिमा का अनावरण भी किया। 2015 में यहां आए भूकंप के बाद प्रतिमा का पुनर्निर्माण किया गया है।  

उन्होंने कहा कि 2006 के लोगों के आंदोलन की सफलता के बाद 2008 में नेपाल को एक धर्मनिरपेक्ष राज्य घोषित किया गया था, जिसमें राजशाही का उन्मूलन देखा गया था। नेपाल में हिंदू धर्म बहुसंख्यक धर्म है, जो देश की 81 प्रतिशत से अधिक आबादी का गठन करता है।  उन्होंने कहा कि नेपाल सैद्धांतिक और व्यावहारिक दोनों आधारों पर एक हिंदू राष्ट्र है, और मुझे यही लगता है।

 पूजा के दौरान उन्होंने 8वीं शताब्दी के आध्यात्मिक प्रतीक, आदि शंकराचार्य की नव-स्थापित प्रतिमा का अनावरण किया, जिन्होंने अद्वैत वेंदता दर्शन का प्रचार किया। बता दें कि साल 2015 के भूकंप के बाद मूर्ति का पुनर्निर्माण किया गया था। इस अवसर पर उन्होंने शिवलिंग की विशेष पूजा भी की। शंकराचार्य ने शुक्रवार को पशुपतिनाथ मंदिर परिसर में ढाई घंटे की प्रार्थना सभा के दौरान वैदिक दर्शन पर व्याख्यान दिया। वह इस अवसर पर त्रिभुवन विश्वविद्यालय, काठमांडू विश्वविद्यालय और पशुपति में महेंद्र संस्कृत विश्वविद्यालय के नेपाली वैदिक विद्वानों और गणितज्ञों के साथ चर्चा में भी भाग लेंगे।

 

About The Author

Post Comment

Comment List

आपका शहर

अंतर्राष्ट्रीय

Online Channel