स्वतंत्र प्रभात
उन्नाव उत्तर प्रदेश में वर्तमान प्रदेश सरकार गाय के नाम पर वोट की राजनीति करती हो लेकिन वास्तविकता में सबसे ज्यादा बुरी स्थिति में गाय उत्तर प्रदेश में है। गौ संरक्षण और संवर्धन के लिए बनाए गए गौशाला ही गायों की कब्रगाह बन रहे हैं ताजा मामला उन्नाव जनपद की तहसील हसनगंज के ब्लाक अंतर्गत ग्राम पंचायत जसमडा बब्बन मैं बनी गौशाला का है जहां पर दर्जनों गोवंश और गाय मृत अवस्था में पाई गई। सबसे दुर्भाग्य की बात यह थी कि मृत गोवंश और गायों को आवारा कुत्ते नोच नोच कर खा रहे थे और उन्हें बचाने और यथोचित स्थान पर दफनाने वाला कोई ना था।
ग्राम वासियों के विरोध प्रदर्शन के बाद मामला मीडिया में आया तो तहसील और ब्लॉक अधिकारी मौके पर पहुंचकर लीपापोती करने में लग गए। जसमडा बब्बन इस्माइलाबाद में बनी अस्थाई गौशाला में जॉच करने खंड विकास अधिकारी गुलाब चंद्र सोनकर , पशु चिकित्सा अधिकारी दिवाकर त्रिपाठी पहुंचे। और बताया कि यहां सब ठीक है लोगों द्वारा गलत जानकारी दी जा रही जबकि गौशाला के वीडियो और
वही आस पास पड़े मृत गौवश के अवशेष सच्चाई की हकीकत बयां कर रहे थे। मीडिया में खबरें चलने के बाद एसडीएम हसनगंज अंकित शुक्ला ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए तत्काल अधिकारियों को इस मामले की जांच करके रिपोर्ट सौंपने को कहा है और दोषियों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने की बात कही है अब देखना है कि उन्नाव प्रशासन इस मामले को लेकर कितनी गंभीरता दिखाता है और दोषियों पर कार्रवाई करता है या नहीं?