शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में टीकाकरण सहायक: सीएमओ 

-12 जानलेवा बीमारियों से बचाता है संपूर्ण टीकाकरण

-एएनएम को दिया गया दो दिवसीय प्रशिक्षण
 
महोबा । ब्यूरो रिपोर्ट-अनूप सिंह
 
नियमित टीकाकरण को बढ़ावा देने को लेकर कबरई व चरखारी ब्लाक की 20 एएनएम को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में नियमित टीकाकरण के फायदे, इसके रख-रखाव के तरीके, कब कौन सा टीका देना हैएवं सुरक्षित इंजेक्शन एवं टीकाकरण के कचरे को निष्पादन करने के बारे में जानकारी दी गई। 
 
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.डीके गर्ग ने कहा कि शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में टीकाकरण काफी सहायक होता है। वैक्सीन शरीर को रोग से लड़ने की क्षमता को बढ़ाती है। टीका हमेशा सही रूट एवं सही जगह पर देना चाहिए तथा टीके वाले जगह पर रूई से हल्का दबाना चाहिए न कि उस स्थान को रगड़ दें। शिशु को कभी भी कूल्हे पर टीका न दें, इससे टीका का असर कम होता है और उस क्षेत्र की नसों को नुकसान हो सकता है। उन्होंने प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र बांटे। 
 
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. जीआर रत्मेले ने कहा कि बचपन में होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए सबसे बेहतर उपाय टीकाकरण है। यह 12 जानलेवा बीमारियों से बचाता है। जिसमें टीबी, हेपेटाइटिस बी, पोलियो, गलाघोंटू, काली खांसी, टेटनस, हीमोफिलस इनफ्लून्जा टाइप बी, रोटावायरस, डायरिया, न्योमोकोकल निमोनिया, खसरा, रूबैला एवं जापानी इंसेफलाइटिस मुख्य हैं। 
प्रशिक्षक डॉ. सुनील सचान ने नियमित टीकाकरण से संबधित बेसिक जानकारी, टीकाकरण के दौरान क्या-क्या सावधानी बरतनी है, किन बच्चों को कौन-कौन टीका दिया जाना, ड्यूलिस्ट तैयार करने डेटा अपलोड करने आदि कई महत्वपूर्ण जानकारियां दीं। उन्होंने कहा कि किसी भी कार्यक्रम के पहले उसके बारे में जानकारी बहुत जरूरी है। एएनएम को सिर्फ टीका देना ही नहीं बल्कि इसके अलावा कई कार्य करनेहोतेहैं, जैसे ऐप पर रिपोर्ट अपलोड करना, सर्वे करना, जो अभिभावक बच्चे का टीकाकरण नहीं कराते हैं, उन्हें जागरूक करना आदि। प्रशिक्षण के दौरान जो भी जानकारी दी जा रही है उसे अपने दिमाग में उतार लें।
इस मौके पर एसीएमओ डॉ. वीके चौहान व डॉ. हुसैन खान, यूएनडीपी के वीसीसीएम संदीप पराशर, ओंकार प्रकाश, शिव कुमार सहित करबई व चरखारी की एएनएम मौजूद रहीं।
 

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