तमाम प्रयासों के बाद भी नहीं थम रही खाद की तस्करी, जिम्मेदार उदासीन

तमाम प्रयासों के बाद भी नहीं थम रही खाद की तस्करी, जिम्मेदार उदासीन

चार बोरी खाद लादकर फर्राटा भर रहे तस्कर दुर्घट

महराजगंज। (मनोज पाण्डेय) परसामलिक थाना क्षेत्र हमेशा से ही तस्करी को लेकर सुर्खियों में रहा है। एक तरफ क्षेत्र के किसान खाद की कमर तोड़ महंगाई से परेशान हैं, तो वहीं दूसरी तरफ दिन के उजाले में हो रही बेखौफ खाद की तस्करी स्थानीय प्रशासन के कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान लगा रहा है। बेलगाम तस्कर अपनी बाइक पर तीन से चार बोरी खाद लादकर फर्राटा भरते हुए बेखौफ तस्करी को अंजाम देने में लगे हुए हैं, लेकिन स्थानीय प्रशासन सब कुछ जानकर भी अनजान बनी हुई है।

खाद तस्करों का नेटवर्क इस प्रकार से बढ़ रहा है कि उसे रोक पाना प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। एक तरफ पुलिस अधीक्षक डॉ कौस्तुभ सीमावर्ती थानों से तस्करी को बंद करने का दावा करते हैं तो वहीं स्थानीय पुलिस के उदासीनता के कारण अधिकारियों के सभी दावे फेल होते नजर आ रहे हैं।

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परसामलिक थाना क्षेत्र के रेहरा,अहिरौली, झिंगटी, मर्यादपुर, शिवतरी, परसा टोला, खैरहवा दूबे आदि नाके से जिम्मेदारों के रहमो-करम पर व्यापक पैमाने पर खाद की तस्करी का कारोबार फल-फूल रहा है। जिसको रोक पाने में स्थानीय पुलिस समेत सीमा पर तैनात सुरक्षा एजेंसियां, कस्टम व तहसील प्रशासन पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है।

उपरोक्त थाना क्षेत्र के जिगिना, जमुहानी, गंगापुर स्थित खाद की दुकान से तस्कर प्रतिदिन सुबह से लेकर देर रात तक कई दर्जन बाईकों के माध्यम से तीन से चार बोरी खाद लादकर तेज रफ्तार से मौत बनकर खाद को उपरोक्त गांव में स्थित अवैध गोदाम में डंप कर रहे हैं, जहां से लाईन मिलते ही भारतीय खाद को जिम्मेदारों के आंखों के सामने से नेपाल पहुंचा दिया जा रहा है।

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450 रुपए प्रति बोरी यूरिया तो 1650 रूपए प्रति बोरी बेची जा रही डीएपी खाद

नेपाल में खाद की बढ़ती मांग को लेकर सीमावर्ती गांव के तस्कर भारतीय खाद को खरीदकर नेपाल पहुंचाने में पूरी तरह से जुटे हुए हैं, जिसका खामियाजा किसानों को महंगे दामों पर खाद खरीदकर चुकाना पड़ रहा है। फायदा उठाकर खाद दुकानदार किसानों से 400 से 450 रुपए प्रति बोरी के दर से यूरिया खाद तो वहीं 1600 से 1650 रूपए प्रति बोरी के दर से डीएपी खाद बेच रहे हैं। किसान थक-हार कर ऊंचे दामों पर खाद खरीदने को विवश हैं।

IMG20221115093729ऐसे में स्थानीय किसान खाद की किल्लत व बढ़ती खाद की महंगाई का दंश झेल रहा है। लेकिन अन्नदाताओं का दर्द कोई सुनने वाला नहीं है ऐसे में सभी जिम्मेदारों को अपने जेब भरने की पड़ी है।
इस संदर्भ में जिला कृषि अधिकारी विरेन्द्र कुमार ने बताया कि सभी खाद दुकानदारों को निश्चित मुल्य पर खाद विक्री करने का निर्देश दिया गया है, अगर कोई दुकानदार अधिक मुल्य पर खाद विक्री कर रहा है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

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