अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा बरगदवा, ओडीएफ प्लस चयनित के बाद भी सफाई व्यवस्था बदहाल

नालियों की सफाई नहीं होने से नालियां पूरी तरह से जाम तो दूसरी ओर आबादी के बीच किया जा रहा कूड़ा-कचरा डंप संक्रमण का बढ़ा खतरा, स्थानीय लोगों में आक्रोश

महराजगंज। नौतनवा ब्लाक क्षेत्र के ग्राम पंचायत बरगदवा में जिम्मेदारों के अनदेखी के कारण सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है जिससे लोगों को तमाम तरह की संक्रमित बिमारियों का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं बरगदवा गांव ओडीएफ प्लस गांव में भी चयनित है फिर भी सफाई व्यवस्था बदहाल है, वहीं आबादी के बीच कूड़ा डंप किया जा रहा है जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
नौतनवां ब्लाक क्षेत्र के ग्राम सभा बरगदवा ओडीएफ प्लस गांव में चयनित है, फिर भी सफाई व्यवस्था बद से बद्तर है। ऐसे में ओडीएफ प्लस गांव सिर्फ कागजों में ही सिमट कर रह गया है जब की धरातल पर सफाई व्यवस्था कुछ और ही बयां कर रही है। विडंबना यह है कि बरगदवा ओडीएफ प्लस गांव में कई महीनों से नालियों की सफाई नहीं होने से नालियां जाम पड़ी हुई है, ऐसे में नालियां जाम होने के कारण उसमें से उठ रही दुर्गंध से लोग खासा परेशान हैं।
 
वहीं गांव की सड़कों व‌ गलियों में जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है जिससे ग्रामीणों का रहना काफी मुश्किल हो गया है, जिसपर जिम्मेदार मूकदर्शक बने हुए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि नाली का कभी सफाई नहीं होता है जिससे नालियां जाम पड़ी हुई है।
ग्रामीण स्वामीनाथ, राजकुमार धवल, अलगू, इश्तियाक, राजकुमार यादव, सुमित्रा देवी, पार्वती देवी समेत अन्य ग्रामीणों ने बताया कि गांव में सफाई व्यवस्था के लिए कई बार आइजीआरएस व मौखिक के माध्यम से उच्च अधिकारियों समेत ग्राम प्रधान व सेक्रेटरी को सूचना दिया गया लेकिन गांव में सफाई व्यवस्था जस का तस बना हुआ है।
आबादी के बीच हो रहा कूड़ा डंप, जिम्मेदार कौन?

बरगदवा गांव में आबादी के बीच खुले में कूड़ा डंप किया जा रहा है। कूड़ा व गंदगी से उठ रही दुर्गंध से आस-पास में निवास करने वाले लोग खासा परेशान हैं। ऐसे में आबादी के साथ-साथ परिषदीय विद्यालय के बाउंड्री से सटे कूड़ा डंप होने के कारण आसपास का वातावरण प्रदूषित होने के साथ ही नौनिहालों समेत ग्रामीणों में बीमारी फैलने का खतरा बढ़ गया है। ग्रामीणों का कहना है कि हवा चलने पर पॉलीथीन या अन्य अपशिष्ट उड़कर सड़क एवं लोगों के घरों तक पहुंच जाता है। तो वहीं कूड़ा-करकट से गांवों की नालियां तक पट चुकी है। आबादी व मुख्य सड़क से सटे कूड़ा-कचरा डंप होने से राहगीरों को भी काफी दिक्कत होती है।

About The Author: Swatantra Prabhat UP