फिर भाजपा में विधायक बनने के बाद सपा के कोर वोटर यादव और मुस्लिम को किया जमकर प्रताड़ित!

फिर भाजपा में विधायक बनने के बाद सपा के कोर वोटर यादव और मुस्लिम को किया जमकर प्रताड़ित!

फिर भाजपा में विधायक बनने के बाद सपा के कोर वोटर यादव और मुस्लिम को किया जमकर प्रताड़ित!

 शाहजहांपुर जनपद की 133 तिलहर विधानसभा का चुनाव इस बार बेहद रोमांचक हो गया है। यहां तीन बार के सेटिंग विधायक अपनी जीत का दम्भ भरने के साथ ही विरोधियों की जमानत जप्त होने का दावा कर रहे हैं। और उन्हें करना भी चाहिए क्योंकि 2017 के चुनाव में केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद के विरुद्ध चुनाव जीतने वाले माननीय को जो अहंकार हुआ है वह इस बार तिलहर क्षेत्र की जनता कायम रखेगी या उतारने की यह तो वक्त ही तय करेगा। अगर थोड़ा अतीत पर नजर डालें तो बसपा शासनकाल के दौरान अपनी विधायकी में इन्हीं माननीय के द्वारा जिन सवर्णों पर फर्जी मुकदमे जमीने कब जाने के साथ-साथ अत्याचार किए गए वह शायद ही अपने जीवन में कभी उन अत्याचारों को भूल पाए।

मौकापरस्त माननीय को जब लगा अब बहन जी की सरकार नहीं आने वाली है तो पाला बदलकर भगवाधारी हो गए और पुनः विधायक बनने के बाद उनका रंग और ढंग भी बदल गया। देखते ही देखते उन्होंने समाजवादी पार्टी के कोर वोटर यादव और मुस्लिम को तिलहर क्षेत्र में निशाना बनाना शुरू कर दिया। जमीनी नेता कहे जाने वाले माननीय को जमीन से भी बहुत लगाव है उन्हें तेल क्षेत्र में जहां जिस जगह जमीन देखी वह उनकी हो गई जिसका जीता जागता उदाहरण निगोही कस्बा है। इस कस्बे में माननीय की लगभग 200 के आसपास दुकाने हैं, चाहे शाहजहांपुर रोड हो तिलहर रोड हो बीसलपुर रोड हो या फिर पुवायां रोड हार जगह है माननीय का झंडा गड़ा है। क्योंकि माननीय सत्ता में थे तो इसलिए जिस ने आवाज उठाई उसकी आवाज दवा दी गई और जबरन उसकी जमीन कब जाने के साथ ही उसे फर्जी मुकदमे भी जेल में पड़े। जिसका प्रमाण लगभग 3 दर्जन से अधिक तिलहर क्षेत्र के यादव और मुस्लिम आज भी जेल में फर्जी मुकदमों में सजा काट रहे हैं।

सूत्रों की माने तो सामने आकर विरोध नहीं करने वाले इस बार वोट की चोट से बड़ा प्रहार करने की जुगत में है। सूत्र तो यहां तक बताते हैं कि पिछले 15 वर्षों से इन्हीं माननीय की दबंगई और गुंडागर्दी के चलते क्षेत्र का विकास तो अवरुद्ध हुआ ही लोगों को सामाजिक तिरस्कार और मानसिक प्रताड़ना भी झेलनी पड़ी आर्थिक रूप से तिलहर क्षेत्र के कई कद्दावर लोगों को इन्हीं माननीय ने कहीं का नहीं छोड़ा। सिर्फ तिलहर क्षेत्र ही नहीं पूरे जनपद के लोग दबी जुबान यह बात कहते हैं कि निगोही थाना चलाने वाले माननीय अगर इस बार विधायक बने तो नंगा नाच होने वाला है।हालांकि तिलहर क्षेत्र की जनता जो पिछले 15 वर्षों से इन माननीय की दबंगई और गुंडागर्दी सहन कर रही है उसने इस बार क्या बदलाव का मन बनाया है यह तो आने वाली 10 मार्च ही तय करेगी।

किसी भी कीमत पर चुनाव जीतना चाहते हैं माननीय
शाहजहांपुर, 133 तिलहर विधानसभा से लगातार तीन बार से लखनऊ का सफर तय करने वाले इस बार भी किसी भी कीमत पर चुनाव जीतना चाहते हैं। इसके लिए उन्हें कोई भी कीमत चुकानी पड़े तो वह पीछे नहीं हटने वाले और हो भी क्यों ना। सूत्रों का दावा है कि साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाले शुरुआत में मिट्टी के तेल का छोटा-मोटा कारोबार करते थे।
पहले चुनाव में अपना सब कुछ दाव में लगाने वाले माननीय जैसे ही चुनाव जीते उनकी पौ बारह हो गई, फिर क्या था छोटा सा मिट्टी के तेल का कारोबार आज जनपद के दर्जनों पेट्रोल पंपों में परिवर्तित हो गया जहां उसी पुराने ढर्रे का कारोबार अब लाइसेंस लेकर बेरोकटोक किया जा रहा है। सूत्र तो यहां तक बताते हैं कि इससे पहले कच्ची का धंधा भी इनके पुराने वक्त में किया जाता था जिसे वक्त बदलने के साथ साथ अपग्रेड कर कानूनी रूप से अमलीजामा पहनाकर वृहद स्तर पर शुरू किया गया। जिसके परिणाम स्वरूप आज सिपहसहलारों की मिलीभगत से सिर्फ तिलहर क्षेत्र ही नहीं बल्कि जनपद के कई स्थानों पर लाइसेंस लेकर कच्ची और पक्की के दर्जनों ठेके चलाए जा रहे हैं।
यही नहीं ठेका कहीं पर है और बिक्री कहीं की जा रही है क्योंकि सत्ता का भी अपना एक अलग जलबा है।तिलहर क्षेत्र की युवा पीढ़ी इस अवैध कारोबार का शिकार भी हुई लेकिन हमेशा सत्ता की मलाई खाने वालों को इस बार तिलहर क्षेत्र की जनता सबक सिखाने वाली है ऐसा लोग कह रहे हैं। नाम न छापने की शर्त पर उनके अपने करीबी लोग ही कहते हैं जब कमाई होगी तभी तो बटेगी तिलहर क्षेत्र में चाहे सेंटरों का अवैध कारोबार हो या फिर पेड़ कटान से लेकर गोकशी अवैध कच्ची शराब आदि सभी काम बिना साहब की मर्जी कोई कर नहीं सकता, इनकी बिना इजाजत क्षेत्र में परिंदा भी पर नहीं मार सकता क्योंकि थाना साहब चलाते हैं।
Tags:

About The Author

Post Comment

Comment List

आपका शहर

अंतर्राष्ट्रीय

Online Channel