अभिनंदन समारोह में सम्मानित हुए साहित्यकार प्रदीप सारंग एवं सामाजिक कार्यकर्ता रत्नेश कुमार

वीरेंद्र नेवली, पूर्व जिला पंचायत सदस्य राजेंद्र वर्मा पप्पू, राम अवतार, अवधेश वर्मा,  आकाश, मंशाराम कनौजिया, राजेन्द्र कनौजिया, विनोद कुमार, एड लल्लू वर्मा आदि लोग उपस्थित रहे 


स्वतंत्र प्रभात 

बाराबंकी  रामचरित मानस अवधी मा हुवै के कारण दुनियाँ के बहुतायत देशों में अवधी बोली पढ़ी और समझी जाती है। इसलिए अवधी भाषा पर किसी प्रकार का संकट नहीं है किन्तु गद्य साहित्य की कमी को पूरा करना हर अवधी आराधक का कर्तव्य हैउक्त विचार डॉ विनयदास अध्यक्ष साहित्यकार समिति ने अम्बेडकर पार्क सतरिख नाका में डॉ भीमराव अम्बेडकर मेमोरियल सेवा समिति, पार्क स्मारक अनुरक्षण समिति एवं आँखें फाउण्डेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित साहित्यकार प्रदीप सारंग व सामाजिक कार्यकर्ता रत्नेश कुमार के अभिनन्दन कार्यक्रम में व्यक्त किये।यह अभिनन्दन कालजयी रचना पद्मावत के सृजनकार अवधी

साहित्यकार मलिक मुहम्मद जायसी की जिला अमेठी स्थित मजार पर सम्मान प्राप्त होने के बाद आयोजित किया गया। जिसमें प्रदीप सारंग को  गोस्वामी तुलसीदास अवधी सम्मान तथा रत्नेश कुमार को जायसी अवधी सम्मान प्रदान किया गया है।इस अवसर पर डॉ बलराम वर्मा, कवि अजय प्रधान, कवि अनिल श्रीवास्तव लल्लू,आँखें फाउंडेशन अध्यक्ष सदानन्द वर्मा,  डॉ बी आर सेवा समिति के महासचिव राम औतार व  कोषाध्यक्ष गंगाराम, अब्दुल खालिक, अनुपम वर्मा, आर. पी. कनौजिया,सियाराम वर्मा, अमरेश बहादुर, वीरेंद्र वर्मा फौजी, ने मालाएं पहनाकर तो शशिप्रभा व गुलजार बानो, ने गमला पौध देकर अभिनंदन किया।स्वागत करने वालो में एड शिव कुमार वर्मा,  वीरेंद्र नेवली, पूर्व जिला पंचायत सदस्य राजेंद्र वर्मा पप्पू, राम अवतार, अवधेश वर्मा,  आकाश, मंशाराम कनौजिया, राजेन्द्र कनौजिया, विनोद कुमार, एड लल्लू वर्मा आदि लोग उपस्थित रहे।

 

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