तो अब समाजवादी पार्टी ही होगी रामअचल राजभर व लालजी वर्मा का नया सियासी आशियाना

तो अब समाजवादी पार्टी ही होगी रामअचल राजभर व लालजी वर्मा का नया सियासी आशियाना

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से हुई शिष्टाचार भेंट अलानाहक नहीं है।


स्वतंत्र प्रभात

अंबेडकरनगर -बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के नाम से सृजित व डॉ राम मनोहर लोहिया की जन्मस्थली वाले अंबेडकर नगर जिले में शीघ्र समाजवादी पार्टी का कुनबा बढ़ सकता है। अकबरपुर के विधायक पूर्व मंत्री राम अचल राजभर एवं कटेहरी के विधायक पूर्व मंत्री लालजी वर्मा की शुक्रवार को राजधानी लखनऊ स्थित सपा मुख्यालय में सपा सुप्रीमो पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से हुई शिष्टाचार भेंट अलानाहक नहीं है।

पूर्व मंत्री राम अचल राजभर एवं पूर्व मंत्री लालजी वर्मा का समाजवादी पार्टी ही अगला सियासी आशियाना होगी। बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय महासचिव रह चुके अकबरपुर विधायक राम अचल राजभर तथा बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके कटेहरी विधायक लालजी वर्मा को बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने पंचायत चुनाव में पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता के कारण बहुजन समाज पार्टी से निष्कासित कर दिया था।

तभी से रामअचल व लालजी वर्मा अपने अगले सियासी ठौर की तलाश में थे। उनकी तलाश लगभग अब पूरी होने वाली है। समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव से शिष्टाचार भेंट इसी रणनीति एवं तलाश का हिस्सा माना जा रहा है। सूत्रों की माने तो अगले माह अंबेडकरनगर जनपद के शिव बाबा में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव की जनसभा प्रस्तावित है। उसी जनसभा में राम अचल राजभर व लालजी वर्मा बाकायदा समाजवादी पार्टी में शामिल हो सकते हैं।

दोनों पूर्व मंत्री विधायक अपनी कुबत का भी सपा मुखिया को एहसास कराना चाहते हैं। लिहाजा प्रस्तावित जनसभा में दोनों नेता भारी भीड़ जुटायेंगे। और उसी समय समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। पूर्व मंत्री अकबरपुर विधायक राम अचल राजभर शुरू से ही बहुजन समाज पार्टी में रहे हैं। लेकिन पूर्व मंत्री कटेहरी विधायक लालजी वर्मा समाजवादी पार्टी की सियासत से वाकिफ है।

समाजवादी पार्टी के गठन के पूर्व लालजी वर्मा जनता दल के जरिए सियासत में जोर आजमाइश कर रहे थे। पूर्व मंत्री एवं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रहे स्वर्गीय बेनी प्रसाद वर्मा के बेहद करीबी माने जाने वाले लालजी वर्मा को पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने ही विधान परिषद में भेजा था।

लिहाजा सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव एवं सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से पूर्व मंत्री लालजी वर्मा का लगाव लाजमी है। फिलहाल रामअचल व लाल जी की सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से हुई शिष्टाचार भेंट के बाद जिले में सियासी हलचल काफी बढ़ गई है।

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