मिल्कीपुर-अयोध्या। नेशनल फूड सिक्योरिटी मिशन योजना अंतर्गत तिलहन फसल में कीट नियंत्रण विषय पर प्रशिक्षण का आयोजन विकासखंड मिल्कीपुर के ग्राम पंचायत सरियावां में किया गया। प्रशिक्षण में उप निदेशक कृषि डॉ संजय कुमार त्रिपाठी बतौर मुख्यातिथि मौजूद रहे।प्रशिक्षण कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र मसौधा से आए हुए वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ अर्चना सिंह ने किसानों को जैविक खेती करने के बारे में विस्तृत जानकारी दिया।डॉक्टर ए.के. सिंह द्वारा किसानों को सरसों की बुवाई करते समय खेत में जिप्सम का प्रयोग करने की सलाह देते हुए कहा कि इसके प्रयोग से फसल में तेल की प्रतिशत मात्रा बढ़ जाती है और यह भी बताया कि फरवरी का मौसम चल रहा है, इस समय फसल में फली लगते समय वायुमंडल में आद्रता बढ़ जाती है तो इस अवस्था पर सरसों की फसल में माहू कीट के लगने की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है।
अगर सरसों की फसल में माहू कीट का प्रकोप हो रहा है तो इसके नियंत्रण हेतु एक मीटर लंबा एवं एक मीटर चौड़ा पीला कपड़ा लेकर उसमें ग्रीस का लेप कर दें जिससे वह वह कपड़ा चिपचिपा हो जाए और उसे खेत में दो- तीन जगह पतले डंडे के सहारे से खड़ा कर दें तो इससे माहू कीट पीले रंग के कपड़े के प्रति आकर्षित होकर उस पर बैठेगा और उसी चिपचिपा गिरीस के लेप में चिपक कर मर जाएगा यदि इससे भी नियंत्रण नहीं होता है तो किसान भाई नीम के तेल का प्रयोग करें।
प्रशिक्षण का आयोजन डॉ अवधेश कुमार प्रभारी कृषि रक्षा इकाई मिल्कीपुर द्वारा किया गया तथा कार्यक्रम को शशि प्रताप यादव प्रभारी राजकीय कृषि बीज भंडार, अर्जुन कुमार यादव सहायक विकास अधिकारी कृषि, रक्षा राम यादव, राजेश चौधरी, डॉ आशीष कुमार पांडेय, सुशीला, कंप्यूटर ऑपरेटर अखिलेश्वर त्रिपाठी एवम सहायक तकनीकी प्रबंधक आभाष श्रीवास्तव,प्रभाकर सिंह ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कृषक मौजूद रहे।