नवलपुर में मनबढ दबंगों से त्रस्त गरीब परिवार, सामाजिक संगठन आये सहयोग में।

नवलपुर में मनबढ दबंगों से त्रस्त गरीब परिवार, सामाजिक संगठन आये सहयोग में। संतोष तिवारी ( रिपोर्टर) भदोही। सरकार भले ही सबका साथ सबका विकास और न्याय की बात करती है लेकिन यह तो कही कही बेअसर दिखता है। और खुलेआम पीडित दर दर की ठोकर खाता है और जिम्मेदार लोग केवल खानापूर्ति करके मौन

नवलपुर में मनबढ दबंगों से त्रस्त गरीब परिवार, सामाजिक संगठन आये सहयोग में।

संतोष तिवारी ( रिपोर्टर)

भदोही।

सरकार भले ही सबका साथ सबका विकास और न्याय की बात करती है लेकिन यह तो कही कही बेअसर दिखता है। और खुलेआम पीडित दर दर की ठोकर खाता है और जिम्मेदार लोग केवल खानापूर्ति करके मौन साधे रहते है। और इसी वजह से मनबढ दबंगों का हौसला बढा रहता है तो पीडित और कमजोर को और प्रताणित करते है।

और इसकी मुख्य वजह है जिले के जिम्मेदार लोगों की लापरवाही और भ्रष्टाचार जो किसी गरीब को न्याय के लिए दर-दर ठोकर खाने पर विवश करता है। और जब गरीब अपनी फरियाद लेकर सम्बन्धित लोगो के पास जाता है तो दबंगों का इतना प्रभाव रहता है कि पुलिस और प्रशासन के लोग भी गरीब की बात को अनसुनी कर देते है

और परेशान गरीब अपने दुर्भाग्य के साथ दर्द भरी जिन्दगी बिताता है। और पुलिस प्रशासन के लोग गरीब के साथ न्याय करने में मौन साधे रहते है।
एक ऐसा ही मामला आजकल भदोही जिले के दुर्गागंज थाना क्षेत्र के नवलपुर गांव में काफी चर्चा में है जहां पर एक पीड़ित गरीब परिवार मनबढों के आतंक से त्रस्त है

और पुलिस प्रशासन के लोग भी सही कार्यवाही नही कर रहे है। केवल खानापूर्ति में जुटे है जिससे पीडित परिवार काफी भयभीत है। और अपनी जान माल की सुरक्षा की मांग की है।
मालूम हो कि नवलपुर निवासी विष्णु पाण्डेय ने बताया कि गांव का एक मनबढ आदमी मेरी हथियाना चाहता है।

और इसी को लेकर वह और उसके लोग मुझसे तकरार और विवाद करते है। इससे त्रस्त आकर मैने जिलाधिकारी के यहां शिकायत की और जिलाधिकारी ने नायब तहसीलदार को मामले को निस्तारित करने के लिए लिखा लेकिन जिलाधिकारी के आदेश के बावजूद नायब तहसीलदार न आये और न कार्य नही किया।

और इसी से चिढकर गांव के मनबढ लोग मुझे डराते धमकाते है और खुलेआम एकजुट होकर गाली देते है। और गांव के लोग भी मनबढ के डर वश मेरा साथ नही देते है। इतना ही नही मनबढों ने मेरे पुआल को जला दिया, दूसरी बार झोपड़ी में आग लगा दी जिसमें बंधी भैस जलकर मर गई और दूसरे झोपडी में रखा अनाज और सामान इत्यादि जलकर नष्ट हो गया।

और इसी समय मेरी वृद्धा मां भी आग की चपेट में आकर सिर और हाथ में झुलस गई। इसके बाद मैने पांच लोगों के खिलाफ दुर्गागंज थाने में नामजद तहरीर दी। और पुलिस ने किसी तरह एक को गिरफ्तार किया जबकि चार आरोपी खुलेआम टहल रहे है और आये दिन गाली देते है

तथा मुकदमा वापस न लेने पर इसका खामियाजा भुगतने की धमकी भी देते है। पीडित ने कहा कि इसकी शिकायत वह पुलिस और प्रशासन से करके न्याय की गुहार लगाई है।
पीडित की मां ने भी बताया कि मैने खुद अपनी आंख से पांच लोगो को आग लगाते देखा और जब झोपडी में बंधी भैस और उसके बच्चे को बचाना चाही तो सिर और हाथ में झुलस गई।

लेकिन भैस को न बचा सकी वह उसी में झुलस कर मर गई। कहा कि वे लोग आकर गाली देते है और मुकदमा वापस न लेने पर बेटे और परिजनों को जान से मारने और खामियाजा भुगतने की धमकी देते है।
इस मामले की जानकारी होने पर शनिवार को कई सामाजिक संगठन के लोगों ने जाकर पीडित परिवार से मिलकर पूरे मामले की जानकारी ली और यथासंभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया।

संगठन के लोगो ने पुलिस प्रशासन से भी पीड़ित परिवार के साथ न्याय करने की मांग की। और कहा कि यदि पुलिस प्रशासन इस मामले में लीपापोती करती है तो इस मामले को जिला स्तर के अलावा उच्च स्तर पर लिया जायेगा और दोषियों के खिलाफ कडी से कडी कार्यवाही करायी जायेगी। साथ में संगठन के लोगो ने प्रशासन को चेताया भी कि यदि पीड़ित परिवार के साथ कोई भी अप्रिय घटना होती है तो इसकी पुरी जिम्मेदारी भदोही पुलिस और प्रशासन की होगी।

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