भ्रष्टाचार में लिप्त ग्राम प्रधान के ऊपर लगा राशन घोटाले का भी आरोप

पूर्व में एक ही कार्य को अलग-अलग वर्षों निर्माण दिखाकर लाखों रुपये के बंदरबांट का लगा था आरोपब्यूरो रिपोर्ट – विवेक पाण्डेयभीटी अम्बेडकरनगर। स्थानीय थाना क्षेत्र के ग्राम सभा बस्तीपुर के ग्राम प्रधान जिन्नतुल निशा के ऊपर एक ही काम को अलग-अलग वर्षों मे खड़ंजा निर्माण और नाली निर्माण दिखाकर लाखों रुपए के गबन का

पूर्व में एक ही कार्य को अलग-अलग वर्षों निर्माण दिखाकर लाखों रुपये के बंदरबांट का लगा था आरोप
ब्यूरो रिपोर्ट – विवेक पाण्डेय
भीटी अम्बेडकरनगर। स्थानीय थाना क्षेत्र के ग्राम सभा बस्तीपुर के ग्राम प्रधान जिन्नतुल निशा के ऊपर एक ही काम को अलग-अलग वर्षों मे खड़ंजा निर्माण और नाली निर्माण दिखाकर लाखों रुपए के गबन का मामला जन सूचना मांगने पर पता चला है जिसकी जांच ग्रामीणों ने किसी सक्षम अधिकारी से कराने की अपील बार-बार कर रहे हैं। वही एक और ताजा मामला ग्राम प्रधान जिन्नतुल निशा का है जहां पर उत्तर प्रदेश मनरेगा मजदूर कल्याण समिति के अध्यक्ष राम अदालत वर्मा के नेतृत्व में ब्लॉक अध्यक्ष अकिल अली के अगुवाई में सैकड़ों मजदूर भीटी तहसील में मौजूदा ग्राम प्रधान के द्वारा विवाहित तीन बेटियों व देवर को बेटा बना कर अवैध रूप से लगभग 16 महीने से राशन लेने के प्रकरण में अगस्त 2017 को लिखित शिकायत पत्र पूर्ति निरीक्षक को दिया था जिस मामले में पूर्ति निरीक्षक के जांच उपरांत ग्राम प्रधान पर लगाए गए सभी आरोप सही पाए गए थे उक्त के संबंध में पूर्ति निरीक्षक भीटी द्वारा फर्जी तरीके से राशन उठान के संबंध में प्रधान को रिकवरी की नोटिस जारी की गई थी जिस पर प्रधान द्वारा पूर्ति निरीक्षक को गुमराह करते हुए एक गैर न्यायिक स्टांप अपने नाम का खरीद कर फर्जी इबारत लिख कर गांव की गरीब महिला बिट्टन पत्नी इसहाक का फर्जी तरीके से अंगूठा लगवाकर पूर्ति निरीक्षक के यहां यह लिख कर दिया गया कि जो मैं फर्जी राशन उठाती थी उसमें से दो यूनिट का राशन उक्त महिला को दिया जाता है जबकि उक्त महिला का राशन कार्ड 2015 से ही बना हुआ था और अपने नाम का राशन उठाती थी जो कि कोटेदार के विवरण रजिस्टर व सूची से साबित होता है लेकिन पूर्ति निरीक्षक भीटी द्वारा बिना कोई जांच किए स्टांप पर दर्शाए गए बिट्टन पत्नी इसहाक के बारे में यह लिख कर के प्रधान को क्लीन चिट दे दिया गया कि प्रधान द्वारा जो राशन उठाया जाता है वह बिट्टन को दिया जाता था। जब की पूर्ति निरीक्षक भीटी द्वारा नोटिस में यह दर्शाया गया है कि राशन चार लोग फर्जी लेते हैं पूर्ति निरीक्षक द्वारा नोटिस में यह भी दिखाया गया है कि विट्टन गांव की एक अति गरीब महिला है|

भूलवश महिला का नाम राशन कार्ड में नहीं है इसलिए राशन ग्राम प्रधान के द्वारा जो उठाया जाता था उसे विट्टन गरीब महिला को दिया गया था। जबकि महिला भी अपने नाम का राशन उस समय ले रही थी और उसके नाम राशन कार्ड भी जारी था। वर्ष 2017 में ही जांच के दौरान प्रधान के द्वारा एक आकस्मिक बैठक में प्रस्ताव के दौरान गांव में कुछ लोगों को अपात्र दिखा कर उनके नाम राशन कार्ड से कटवा दिया गया था जिसमें इस महिला का भी नाम शामिल था और उसका भी नाम कटवा दिया गया था फिर बाद में जांच उपरांत उसका नाम राशन कार्ड में शामिल करवा दिया गया इस तरह से महिला का नाम 3 से 4 महीने के लिए कटा था जबकि ग्राम प्रधान के द्वारा 4 लोगों का लगभग 15 से 16 महीने का राशन फर्जी तरीके से उठाया गया है इन सभी तथ्यों से साबित होता है कि ग्राम प्रधान के द्वारा बड़े पैमाने पर राशन में घोटाला किया गया है और वही पूर्ति निरीक्षक भी प्रधान को मात्र गरीब को दो से तीन महीने दो यूनिट दिए जाने पर भी क्लीन चिट दे दिया गया । जो कि जांच का विषय है।

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