.jpeg)
जनपद भर में 31 लाख पौधे रोपे गये, प्रमुख सचिव ने वन महोत्सव का किया शुभारम्भ
प्रकृति और पर्यावरण आने वाली पीढी के लिये धरोहरःप्रमुख सचिव सत्यवीर सिंह यादव अलीगढ़। मुख्यमंत्री केे आवाहन पर वृक्षारोपण के निर्धारित लक्ष्य 31 लाख के सापेक्ष 5 जुलाई वन महोत्सव के अवसर पर प्रदेश के प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग व नोडल अधिकारी नितिन रमेश गोकर्ण, जिलाधिकारी चन्द्र भूषण सिंह, सीडीओ अनुनय झा, जनप्रतिनिधगण सांसद
प्रकृति और पर्यावरण आने वाली पीढी के लिये धरोहरःप्रमुख सचिव
सत्यवीर सिंह यादव
अलीगढ़।
मुख्यमंत्री केे आवाहन पर वृक्षारोपण के निर्धारित लक्ष्य 31 लाख के सापेक्ष 5 जुलाई वन महोत्सव के अवसर पर प्रदेश के प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग व नोडल अधिकारी नितिन रमेश गोकर्ण, जिलाधिकारी चन्द्र भूषण सिंह, सीडीओ अनुनय झा, जनप्रतिनिधगण सांसद एवं विधायक, ब्लाक प्रमुख एवं समस्त ग्राम पंचायतों में ग्राम प्रधानों के द्वारा व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक भूमि पर पौधारोपण किया गया।
प्रमुख सचिव लोनिवि ने डीएम व सीडीओ के साथ सर्किट हाउस, आरएएफ प्रांगण, ग्राम साथा एवं डीएम व सीडीओ ने गभाना के ग्राम हुरसैना समेत जनान्दोलन के रूप में सम्पूर्ण जनपद में पौधारोपण किया। प्रमुख सचिव नितिन रमेश गोकर्ण ने कहा कि प्रकृति और पर्यावरण आने वाली पीढ़ी के लिये धरोहर हैं। यदि हमें आने वाली पीढ़ी को सुरक्षित रखना है,
तो प्रकृति और पर्यावरण को संरक्षित करना ही होगा। हम स्वस्थ और जीवित रहना चाहते हैं, तो हर हाथ को एक पौधा रोपित करना होगा। प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ गया है कि इससे लड़ने का एकमात्र उपाय अधिक से अधिक पेड़ लगाना है।
गोकर्ण ने कहा कि प्रकृति इंसान के लिये सुख, शान्ति और समृद्धि का भण्डार है। मनुष्य प्रकृति की गोद में ही पलता-बढ़ता है और प्रकृति में ही जीवन का समापन भी करता है। आज हम प्रकृति से दूर, विकास की अंधी दौड़ में मानवता के विकास और विनाश के बीच कोविड-19 से जूझ रहे हैं, तो लगता है कि प्रकृति ही इसका निदान, उपचार, उद््भव और अन्त है। हम सभी पौधा रोपित करने के साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि आज लगाये गये पौधे को पेड़ बनने तक उसकी देखभाल करेंगे।
जिलाधिकारी चन्द्र भूषण सिंह ने वन महोत्सव के अवसर पर गभाना के हुरसैना में पौधा रोपित किया और कहा कि वृक्ष धरा के आभूषण होते हैं। वृक्षारोपण से बड़ा पुनीत कार्य कोई दूसरा नहीं है। आइये हम सभी लोग इस अभियान से जुड़ें। शुद्ध वायु और अच्छे वातावरण के लिये वृक्ष लगाना सबसे आवश्यक है। धरती को हरा-भरा करने के लिये आवश्यक है कि हम सभी एकजुट होकर पौधों का रोपण एवं संरक्षण करें।
मुख्य विकास अधिकारी अनुनय झा ने कहा कि वृृक्षारोपण कार्यक्रम वर्तमान एवं भावी पीढियों के लिये एक वरदान है। इससे पर्यावरणीय सन्तुलन बनाये रखने में सहायता मिलती है एवं हमारी जलवायु शुद्ध होने के साथ ही आर्थिक विकास का मार्ग प्रशस्त होता है। एक पेड़ अपने पूरे जीवनकाल में हर समय हमें कुछ न कुछ देता ही रहता है। हमें वृक्षारोपण के महत्व को पहचानना ही होगा।
सीडीओ ने प्रमुख सचिव लोनिवि को बताया कि जनपद में लगभग 31 लाख पौधे रोपण का लक्ष्य शासन से आवंटित किया गया है। वन एवं उद्यान विभाग की नर्सरियों के साथ ही जनपद के बाहर की सरकारी नर्सरियों से अच्छी प्रजाति एवं लम्बाई के पौधों को खरीद कर लक्ष्य की प्राप्ति की गयी है। जनपद की विभिन्न तहसीलों में खाली पडी भूमि के साथ कई हैक्टेयर भूमि जो अवैध कब्जा मुक्त कराई गयी है, प्लान्टेशन का कार्य कराया गया है।
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में पौधरोपण को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने के लिये जिला स्तरीय वृक्षारोपण समिति की बैठक आहूत कर सभी विभागों को उनके लक्ष्यों के बारे में पूर्व में ही अवगत करा दिया गया था। सभी विभागों द्वारा समय से पौधों का उठान कर लिया गया एवं मनरेगा श्रमिकों से गढढ़ों का खुदान भी कर लिया गया था। रोपित पौधों की जीवितता का प्रतिशत अधिक से अधिक रहे, इस दृष्टि से ग्रामीण क्षेत्रों के सार्वजनिक स्थलों का चयन कर पौध रोपण करने के साथ ही गौशालाओं, खेल के मैदानों, तालाबों, वैटलेण्ड में पौधों को रोपित किया गया।
मनरेगा के अन्र्तगत जीर्णोद्वार की गयी नीम नदी एवं तालाबों के किनारे भी वृक्षारोपण कराया गया। प्रधानमंत्री आवास योजना एवं मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण के लाभार्थियों के आवासों पर भी सहजन के पौधे रोपित किये गये।
डीएफओ नरेन्द्र प्रकाश उपाध्याय द्वारा बताया गया कि जनपद में 31 लाख पौधों का वृक्षारोण में नीम, शीशम, कंजी, बेल, चिलबिल, कटसागौन, जामुन, पीपल, आम, सहजन, आॅवला, बरगद, पाकड, कनक, अमरूद समेत फलदार, छायादार, जंगली, चरावली एवं औषधीय गुणों वाले पौधों का रोपण किया गया है।
About The Author
Related Posts
Post Comment
आपका शहर

अंतर्राष्ट्रीय

Online Channel
खबरें

Comment List