छुट्टा जानवरों के मसीहा बने एकल विद्यालय युवा जिलाध्यक्ष रविन्द्र गुप्ता कमलापुरी

छुट्टा जानवरों के मसीहा बने एकल विद्यालय युवा जिलाध्यक्ष रविन्द्र गुप्ता कमलापुरी

स्वतंत्र प्रभात बलरामपुर- जनपद में लॉक डाउन में छुट्टा मवेशियों के पालनहार बनी निस्वार्थ टीम, कोरोना महामारी से बचाने के लिए शासन प्रशासन ने लांक डाउन लगाया हुआ है जिससे आमजन जीवन अस्त व्यस्त है ऐसे मे छुट्टा जानवरों को कौन पूछता मगर वो कहते है जिसको राखे सांईया मार सके न कोय इस विषम

स्वतंत्र प्रभात

बलरामपुर-

जनपद में लॉक डाउन में छुट्टा मवेशियों के पालनहार बनी निस्वार्थ टीम, कोरोना महामारी से बचाने के लिए शासन प्रशासन ने लांक डाउन लगाया हुआ है जिससे आमजन जीवन अस्त व्यस्त है ऐसे मे छुट्टा जानवरों को कौन पूछता मगर वो कहते है जिसको राखे सांईया मार सके न कोय इस विषम परिस्थिति में छुट्टा जानवरों पालनहार बनकर उभरे समाजसेवी रवीन्द्र गुप्ता कमलापुरी जिलाध्यक्ष एकल विद्यालय युवा समिति बलरामपुर व,मोहम्मद इरफान खान पठान इन दोनों समाजसेवीयों ने अपने मुहिम को कामयाब करने के लिए अपने विवेकानुसार एक टीम 15,20 युवाओ की बनाई है जिसके माध्यम से लाकडाउन से लगातार जनपद बलरामपुर में छुट्टा जानवरों गाय,बैल,सांड, बछिया,कुत्ता,व बंदर,आदि को भोजन उपलब्ध करा रहें है|

बलरामपुर नगर में मुख्य मार्गों पर जो पूर्व से चिन्हित हैं जहाँ आंवारा पशुओं का जमावड़ा रहता है घूम घूम कर उनको लौकी,खीरा,पालक सांग बंधा टमाटर,कुत्तों व बंदर के लिए बिस्कुट आदि खिलाया गया जिसमें रवीन्द्र गुप्ता कमलापुरी जिलाध्यक्ष एकल विद्यालय युवा समिति ने कहा कि लांक डाउन में छुट्टा जानवरों को लगातार व जरूरतमंद लोगों को राशन सामग्री पहुंचाते हैं जिसमें छुट्टा जानवर को भी भूखे के लाले पड़े हुए हैं इंसान तो अपने हाथों से खाने और पीने का इंतजाम कर सकता है लेकिन इन विद्वानों का भी ख्याल रखना चाहिए|

इसमें समाज को एक नया संदेश मिलेगा और लोग इससे पीड़ित होकर ज्यादा से ज्यादा अपने आप के साथ बेजुबान जानवरों व अपने अपने छत के ऊपर एक कटोरा में पानी भरकर रखें जिसमें पशु पंछियों का भी ख्याल रख सकें इस दौरान समाज सेवी मोहम्मद इरफान खान पठान ने कहा की चूंकि रमजान का पवित्र माह चल रहा है जिसके चलते मुस्लिम समुदाय के लोग रोजा रखते हैं मैं भी रोजा रखता हुं परन्तु छुट्टा जानवरों को भोजन उपलब्ध कराना मेरी प्राथमिकता में शामिल है जिस कारण मैं अपने घर वालों के साथ रोजा नहीं खोल पाता हुं तथा रास्ते में ही कहीं जहां समय होता है वहां बिस्कुट पानी से रोजा खोलता हुं जिसका मुझे दुख रहता है कि इस पवित्र घड़ी में जहां पूरा समुदाय अपने घरों में रोजा खोलने को महत्वपूर्ण बताता है|

वहीं मैं छुट्टा जानवरों को भोजन उपलब्ध करना अधिक महत्वपूर्ण समझता हुं जिसकी मुझे बहुत खुशी है इस सेवा कार्य में समाजसेवी रवीन्द्र गुप्ता कमलापुरी,मोहम्मद इरफान खान पठान, हिंदुस्तान के समाचार पत्र के वरिष्ठ पत्रकार अविनाश पांडे मोहित केसरवानी,आलोकित श्रीवास्तव, रवि कसौधन इकबाल फहीम,आसिफ शाह,अनुराग रस्तोगी,आदि लोगों ने अपने हाथों से छुट्टा जानवरों को हरा सब्जी खिलाये

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