मूलभूत सुविधाओं को लेकर मतदाताओं को हर बार मिलने वाले कोरे आश्वासन पुनः शुरू

मूलभूत सुविधाओं को लेकर मतदाताओं को हर बार मिलने वाले कोरे आश्वासन पुनः शुरू

मूलभूत सुविधाओं को लेकर मतदाताओं को हर बार मिलने वाले कोरे आश्वासन पुनः शुरू


मसौली बाराबंकी।

राजनैतिक एव कृषि क्षेत्र में अग्रणी विकास खण्ड मसौली में उपलब्ध सुविधाओं में संसाधनों की कमी का दंश ग्रामीण झेल रहे है। गाँव की मूलभूत सुविधाओं को लेकर मतदाताओं को हर बार मिलने वाले कोरे आश्वासन पुनः शुरू हो गये है।


                जिले की पंचायत को चार जिला पंचायत सदस्य देने वाले विकास खण्ड मसौली में 56 ग्राम प्रधान, 93 क्षेत्र पंचायत सदस्य,722  वार्ड सदस्यों के पदों पर होने वाले चुनाव को लेकर भावी उम्मीदवार सपने दिखा रहे है। कहने को तो क्षेत्र में आदर्श सीएचसी, महिला अस्पताल, रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप, स्टेडियम, बिजलीघर, नहरों का जाल, पानी की टँकी सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं परन्तु संसाधनों की कमी के कारण ग्रामीणों को लाभ नहीं मिल पा रहा है।
खुले में शौच मुक्त बनाने के लिए विकास खण्ड की 56 ग्राम पंचायतों में 23592 शौचालयों का निर्माण पंचायत राज विभाग द्वारा कराया गया है परन्तु आधे से ज्यादा शौचालय उपयोग में नही है कहीं कंडा तो लकड़ी भरे शौचालय स्वच्छ भारत मिशन को मुंह चिढ़ा रहे है। सैकड़ो शौचालय बिना उपयोग हुए ही खण्डहर हो चुके है।।

【सैकड़ो हैण्डपम्प प्यासे】


ग्रामीणों को स्वच्छ जल उपलब्ध कराने के लिए क्षेत्र में 2998 इंडिया मार्क टू हैण्डपम्प स्थापित है पंचायत राज विभाग सभी हैंडपंप ठीक होने का दावा कर रहा है जबकि भारी संख्या में हैंडपंप स्वयं पानी को तरस रहे हैं। ग्राम पंचायत मसौली, बांसा, दादरा, भयारा, टेरा दौलतपुर, रसौली में पानी की टँकी तो बनी है परन्तु मुस्लिम बाहुल्य ग्राम मसौली, बांसा रसौली में घटिया पाइपलाइन के चलते ग्रामीणों को टोटी से पानी नसीब नही हो पा रहा है।

【खेतो तक पानी की दरकार】

सिंचाई के लिए क्षेत्र में 99.9 किमी0 नहरों का जाल है परन्तु खेतो तक पानी पहुचाने का दावा फेल होता हुआ नजर आ रहा है जिसका कारण है कि झाड़ झंखाड़ एव सिल्ट सफ़ाई के दौरान बरती गई अनियमिताएं है। जबकि मेन्था खेती के क्षेत्र भारत के मानचित्र में प्रमुखता से जाना जाता है लेकिन समय से नहर का पानी न मिलने से किसानों को निजी संसाधनों के सहारे खेती करना पड़ता हैं ।

【 प्रतिभाओ को नही मिल रहे संसाधन 】

ग्राम पंचायत बड़ागाँव में ब्लाक स्तरीय स्टेडियम तो मौजूद हैं परन्तु देखरेख के अभाव में स्टेडियम अपनी दुर्दशा पर आँसू बहा रहा है नतीजा यह है कि क्षेत्र की उभरती प्रतिभाओ में निखार नही आ पा रहा है। ग्राम पंचायत बड़ागाँव में ही मौजूद सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र आदर्श सीएचसी के रूप में जानी जाती हैं परन्तु एक्सरे एव अल्ट्रासाउंड की सुविधा उपलब्ध न होने के कारण ग्रामीणों को जिला मुख्यालय जाना पड़ता है।


     【 बस स्टॉप पर 3 दशकों से ताला 】

मसौली चौराहे पर उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के बस स्टॉप पर बीते 3 दशकों से ताला पड़ा हुआ है नतीजा यह है कि हाईवे से गुजरने वाली रोडवेज बसें फर्राटा भरती रहती है लोगो को प्राइवेट वाहनों वाहनों से आवागमन करना पड़ता है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पूर्व केंद्रीय मंत्री रफी अहमद किदवाई की याद में बना रफी नगर रेलवे स्टेशन हाल्ट के रूप में पहुँच गया है। मसौली कस्बे के अन्दर स्थापित 33/11 विद्युत उपकेन्द्र की बाउंड्रीवाल न होने के कारण गन्दगी का माहौल बना रहता है।


विकास खण्ड मसौली  23592
कुल आबादी            185386
प्रधानमंत्री आवास      708
इंडिया मार्क टू हैण्डपम्प   2998
उज्ज्वला योजना           7500
जिला पंचायत सदस्य       04
ग्राम प्रधान                     56
क्षेत्र पंचायत सदस्य         93
ग्राम पंचायत सदस्य       722

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