फ्यूचर रिटेल बंद करने जा रही है अपने ज्यादातर बिग बाजार, रिलायंस जल्द करेगी टेकओवर
फ्यूचर रिटेल बंद करने जा रही है अपने ज्यादातर बिग बाजार, रिलायंस जल्द करेगी टेकओवर
भारत की दूसरी सबसे बड़ी रिटेलर फ्यूचर रिटेल लिमिटेड ने अपने ज्यादातर ऑनलाइन और ऑफलाइन संचालन को रोक दिया है. स्टोर्स रविवार को बंद रहे हैं.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, फ्यूचर स्टोर्स की रि-ब्रांडिंग (Rebranding) करेगी. क्योंकि कंपनी उनके लिए रिलायंस को भुगतान करने में असफल रही है. रिलायंस लोकप्रिय बिग बाजार (Big Bazaar) चैन के ज्यादातर आउटलेट को बंद कर देगी.
हालांकि, फ्यूचर के 1700 से ज्यादा आउटलेट मौजूद हैं, लेकिन रिलायंस जिन सभी 200 स्टोर्स की रिब्रांडिंग करेगी, वह बिग बाजार वाले होंगे. बिग बाजार को करीब दो दशक पहले, किशोर बियानी ने शुरू किया था. बियानी को सेक्टर को बड़े तौर पर बदलने के लिए भारत का रिटेल किंग कहा जाता था.
रिलायंस ने कर्मचारियों को नौकरी का भी ऑफर दिया
रिलायंस ने कर्ज में दबी फ्यूचर के कुछ स्टोर्स की लीज को अपने नाम पर ट्रांसफर कर दिया था, लेकिन अब वह टेकओवर कर रही है, क्योंकि फ्यूचर ने भुगतान नहीं किया है. रिलायंस ने मौजूदा शर्तों पर स्टोर के कर्मचारियों को नौकरी का भी ऑफर दिया है.
Read More Highway Milestone: सड़क किनारे क्यों लगे होते हैं अलग-अलग रंग के माइलस्टोन? जानें क्या है इनका मतलबरिपोर्ट के मुताबिक, बिग बाजार के एक कर्मचारी ने रविवार को कहा कि भारत में सभी कर्मचारी, ग्राहक और सभी लोग, हम सभी बिग बाजार ब्रांड से जुड़े हुए हैं. तो, आप दुखी महसूस करते हैं कि ये सब हो रहा है.
फ्यूचर-रिलायंस डील के रास्ते में रूकावट करते हुए, अमेजन लंबे समय से यह तर्क दे रहा है कि फ्यूचर ने 2019 की एक डील की शर्तों का उल्लंघन किया है, जिसमें अमेरिकी कंपनी ने भारतीय कंपनी में 200 मिलियन डॉलर का निवेश किया था. अमेजन को अब तक सिंगापुर के आर्बिट्रेटर और भारत की अदालतों का समर्थन मिला है.
कंपनियों ने नहीं दी कोई प्रतिक्रिया
रिपोर्ट के मुताबिक, फ्यूचर और रिलायंस ने अब तक मामले पर अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. फ्यूचर ने शनिवार को शेयर बाजार को बताया कि कंपनी अपने ऑपरेशंस को कम रही है. बिग बाजार ने एक ट्विटर यूजर जो बंद को लेकर शिकायत कर रहा था, उसे कहा वे यह जानकारी देते हुए खेद जताते हैं कि अभी दो दिनों के लिए स्टोर्स काम नहीं कर रहे हैं. फ्यूचर का ई-कॉमर्स मोबाइल ऐप और वेबसाइट भी ऑनलाइन ऑर्डर लेने के लिए उपलब्ध नहीं हैं.
रिलायंस का यह कदम बड़ा है. क्योंकि इससे पहले साल 2020 से 3.4 अरब डॉलर की डील करने की असफल कोशिशें की थीं, जिसमें उसे फ्यूचर के रिटेल एसेट्स का अधिग्रहण करना था. फ्यूचर की सहयोदी अमेजन डॉट कॉम इंक ने कॉन्ट्रैक्ट के उल्लंघन को वजह बताते हुए ट्रांजैक्शन को बंद कर दिया था. फ्यूचर ने किसी गलत काम से इनकार किया है.

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