ओबरा के श्री राम मंदिर, धर्मशाला और मानस भवन का संचालन अब प्रशासन के हाथों में
उप जिलाधिकारी व पुलिस क्षेत्राधिकारी की उपस्थिति में बैठक सम्पन्न
ओबरा नगर के श्री राम मन्दिर, धर्मशाला, मानस भवन
अजित सिंह /राजेश तिवारी ( ब्यूरो रिपोर्ट)
7 जुलाई 2025 ओबरा में स्थित श्री राम मंदिर, धर्मशाला, मानस भवन, और इनसे जुड़े सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों का प्रबंधन अब स्थानीय प्रशासन संभालेगा। यह अहम फैसला सोनभद्र के जिलाधिकारी के निर्देश पर ओबरा उपजिलाधिकारी और पुलिस क्षेत्राधिकारी की मौजूदगी में ओबरा तहसील सभागार में हुई बैठक में लिया गया। यह व्यवस्था तब तक जारी रहेगी जब तक एक नई और वैध संचालन समिति का गठन नहीं हो जाता।

आज हुई इस बैठक में नगर के कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। हालांकि वर्तमान में इन परिसरों का संचालन कर रही समिति का कोई भी पदाधिकारी, सूचना दिए जाने के बावजूद, बैठक में शामिल नहीं हुआ। ओबरा उपजिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि सोसायटी और चिट्स मंडल वाराणसी के पूर्व आदेश के अनुसार श्री रामचरितमानस नाम की कोई भी समिति वैध रूप से पंजीकृत नहीं है।।

इस जानकारी और वर्तमान समिति के प्रतिनिधियों की अनुपस्थिति के आधार पर सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि इन सभी परिसरों का संचालन और देखरेख वैधानिक रूप से प्रशासन अपने हाथों में ले लेगा। यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि इन महत्वपूर्ण सार्वजनिक और धार्मिक संपत्तियों का प्रबंधन पारदर्शी और नियमानुसार हो, खासकर तब जब वर्तमान में संचालित समिति की वैधता पर गंभीर सवाल उठ रहे हों।


प्रशासन के नियंत्रण में आने के बाद, अब परिसर के दैनिक संचालन, रखरखाव और उससे जुड़ी सभी गतिविधियों का जिम्मा प्रशासन संभालेगा। इसके साथ ही एक नई और वैध समिति के गठन की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी। इस प्रक्रिया में संबंधित नियमों और कानूनों का पालन करते हुए एक नई पंजीकृत समिति का चुनाव या नियुक्ति शामिल होगी, जो भविष्य में इन प्रतिष्ठानों का विधिवत संचालन कर सके। यह निर्णय ओबरा के धार्मिक और सामाजिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण बदलाव है, जिसका मुख्य उद्देश्य इन सार्वजनिक संपत्तियों का उचित और प्रभावी प्रबंधन सुनिश्चित करना है।

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