वीरपुर और समदा गढ़ी में चैती नवरात्रि का भव्य आयोजन, श्रद्धालुओं का उमड़ा सैलाब
चैती नवरात्रि का यह आयोजन न केवल धार्मिक महत्व रखता है
जितेन्द्र कुमार "राजेश"
प्रोफेसर कॉलोनी के दुर्गा मंदिर में यह पूजा पिछले तीस वर्षों से लगातार चली आ रही है। हर वर्ष चैती नवरात्रि के अवसर पर यहां माता के नौ रूपों—शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री—की विधिवत पूजा अर्चना की जाती है। श्रद्धालु जनों का मानना है कि माता की आराधना से सुख-शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है।

वहीं भगवानपुर पंचायत के समदा गढ़ी में भी चैती नवरात्रि का आयोजन बड़े धूमधाम से हो रहा है। समदा गढ़ी का ऐतिहासिक महत्व है, क्योंकि यह एक समय में एक राजा की रियासत थी।यहां की देवी मंदिर की स्थापना अंतिम महाराज द्वारा की गई थी,और तब से यह पूजा परंपरागत रूप से चली आ रही है। यहां की देवी को अत्यंत जाग्रत माना जाता है। मान्यता है कि सच्चे मन से मांगी गई हर मुराद मां पूरी करती हैं।
Read More Haryana: हरियाणा में ACB टीम का एक्शन, सुपरिंटेंडेंट को 2.50 लाख रुपये रिश्वत लेते हुए किया गिरफ्तारयहां रतनपुर, भगवानपुर, निर्मली, दिनबंदी, सातनपटी समेत दर्जनों गांवों से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। खास बात यह है कि महिलाओं की सहभागिता काफी अधिक है। पूजा के साथ-साथ समदा गढ़ी में कथावाचन, खेल-तमाशे, नाच-गाना और अन्य सांस्कृतिक व मनोरंजन कार्यक्रमों का भी भव्य आयोजन किया जा रहा है, जिससे पूरा क्षेत्र भक्ति और आनंद के माहौल में डूबा हुआ है।
श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए स्थानीय प्रशासन और पूजा समितियों द्वारा बेहतर प्रबंधन की व्यवस्था की गई है, जिससे श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो। चैती नवरात्रि का यह आयोजन न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि क्षेत्र की सांस्कृतिक पहचान को भी जीवंत बनाए हुए है।

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