ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों पर बढा यातायात का भार
-हालत सुधारने को मुख्यमंत्री को भेजा जा रहा है पत्र
मथुरा। चार दशक पहले की बनी सड़क का हाल कहीं चौड़ी हुईं,तो कहीं अतिक्रमण से सिकुड़ भी गयीं। कई नई सड़कें भी बनी,लेकिन इन सड़कों का हाल लगभग पूरे क्षेत्र में एक जैसा ही है। क्षतिग्रस्त्र सड़कें कई वर्षों से मरम्मत की बाट जोह रही है। सरकार आयी, गयी और बदल भी गयी, पर ये सड़कें बदहाल ही रहीं। कभी-कभी सरकार की नजरें इनायत हुई, तो मरम्मत भी कर दी गयीं।
कस्बा कराहरी के निवासी मुरारीलाल गुप्ता का कहना है कि कराहरी से गोरई जाने वाला मार्ग पूरी तरह से बदहाल ही नहीं बेहाल हैं। यहां की खस्ताहाल सड़कों की वजह से व्यापारियों के कारोबार पर असर पड़ रहा है। वहीं दूसरी तरफ यहां के आम नागरिक सकड़ों पर जलभराव की वजह से कई बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। कस्बा टैटीगांव के यतेन्द्र गुप्ता का कहना है कि टैटीगॉव कराहरी मार्ग पर रोजाना सैकड़ों वाहनो की आवाजाही बनी है।
परन्तु सड़क चौड़ी नही हुई सड़क के दोनो तरफ बबूलो के अतिक्रमण से सिकुड़ गई वाहन चालकों को परेशानी होती है स्थानीय निवासी कुन्दनलाल सोनी,शिवलाल शास्त्री ने कहा कि वजह साफ है आबादी बढ़ी, आवागमन बढ़ा, पर सड़कें नहीं बढ़ीं। कस्बा के वीरपालसिहं, हसंराजसिहं, लोकेन्द्रपाल सिह, भूपेन्द्रसिह राजपूत, मोहनमुरारी आदि लोगो ने बताया कि मुख्यमत्रीं को क्षेत्र की सड़को की दयनीय हालत सुधारने को पत्र भेजा जा रहा है।

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