रानीपुर/ स्थानीय विकास खंड में हुए घोटाले की जांच के लिय आए डी सी मनरेगा जांच के दौरान फोटो खींचने पर बी डी ओ कलांधर पांडे ने किया आपत्ति। स्थानीय खंड विकास रानीपुर में करोड़ों रुपए का भुक्तान वित्तीय वर्ष 2022/23 में मनरेगा के सामग्री मद के भुक्तान में बिना लेखाकार के हस्ताक्षर व पत्रावलियों के अवलोकन किए ही 6. 61 करोड़ रुपए का प्राइवेट फर्मों के मदो में भुगतान कर दिया गया।
इसी क्रम में जनपद में वित्तीय वर्ष 2022/ 23 में अभी तक मनरेगा के सामग्री मद में 54.17 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया है इसमें सबसे बड़ी ब्लॉक में शुमार रानीपुर में मात्र 6.61 करोड़ रुपए का ही भुगतान किसी तरह हो पाया। इसमें से आधे से अधिक धनराशि का भुगतान शासन में लगे रोक वाले कार्यों पर किया गया जबकि प्राथमिकता के गौशाला, अमृत सरोवर, ऑपरेशन कायाकल्प, विद्यालयो का बाउंड्रीवाल व सरस हाट आदि को इससे वंचित कर दिया गया है।
पूरे वर्ष छिटपुट उपलब्ध धनराशि व 4 मार्च को आए 850 करोड़ रूपए के बावजूद प्राथमिकता के कारणों का भुगतान पूरा न हो पाया। उधर ब्लाक प्रशासन इंटर लाकिग,खड़ंजा आदि परंपरागत कामों पर लगातार देने में मशगूल रहा। जब इस किस सूचना जिलास्तर पर चला तो आज दिन शुक्रवार को रानीपुर में जांच करने आए डी सी मनरेगा उपेंद्र कुमार पाठक ने बताया कि जांच चल रही है फिर मगलवार के दिन जांच की जाएगी इस के बाद ही स्पष्ट होगा।